उत्तराखंड आपदा: ब्रिज बनाने में माहिर ITBP के 200 जवान जोशीमठ भेजे गए, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता से की ये अपील

उत्तराखंड आपदा: ब्रिज बनाने में माहिर ITBP के 200 जवान जोशीमठ भेजे गए, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता से की ये अपील
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भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) की पर्वतारोही टीम के साथ तत्काल ब्रिज बनाने में माहिर 200 आईटीबीपी के जवान जोशीमठ भेजे गए हैं। गृह मंत्रालय पूरी स्थिति को मॉनिटर कर रहा है।

उत्तराखंड आपदा: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) जिले में ग्लेशियर टूटने से बड़ी त्रासदी मची है। इस घटना में 150 लोगों के बहे जाने की आशंका जताई जा रही है। अभी तक तीन शवों को बरामद कर लिया गया है। इस तबाही में मलारी को जोड़ने वाला पुल बह गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह पुल सरहद से सेना को जोड़ने का काम करता है।

भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) की पर्वतारोही टीम के साथ तत्काल ब्रिज बनाने में माहिर 200 आईटीबीपी के जवान जोशीमठ भेजे गए हैं। गृह मंत्रालय पूरी स्थिति को मॉनिटर कर रहा है। उत्तराखंड सरकार ने जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग को आपदा से निपटने के निर्देश दिया हैं। साथ ही कहा गया है कि पुराने वीडियो को शेयर कर अफवाहें न फैलायें।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता से अनुरोध किया है वे अफवाहों पर ध्यान ना दें। सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है। एसडीआरएफ और लोकल प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। संपर्क के लिए हेल्पलाइन नंबर 1070 या 9557444486 भी जारी कर दिया गया है।

ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त

ग्लेशियर टूटने की वजह से पावर प्रोजेक्ट ऋषि गंगा और तपोवन हाईड्रो प्रोजेक्ट पूरी तरह से ध्वस्त हो गये हैं। पावर प्रोजेक्ट ऋषि गंगा पर करीब 50 मजूदर काम कर रहे थे जोकि लापता हैं। मजदूरों को ढूंढने के लिए रेस्कयू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ आ गई है।

बता दें कि श्रीनगर डैम और ऋषिकेष डैम को खाली करा दिया गया है ताकि अलकनंदा का पानी का बहाव रोका जा सके। एसडीआरएफ अलर्ट पर है। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौके पर पहुंचे रहे हैं। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है।

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