चिल्लाने... रोने की आवाजें, कोई केबल पर लटका तो कई नदी में गिरे, सुनिए चश्मदीदों की जुबानी मौत के मंजर की कहानी

Morbi Bridge Collapse Eyewitness: बीते दिन गुजरात के मोरबी शहर (Morbi city) में पुल टूटने (Morbi Bridge Collapse) से दर्दनाक हादसा हुआ। ऐसा मौत का मंजर जिसमें 140 से अधिक लोगों की जान चली गई। बीते 15 घंटे से अधिक समय से राहत और बचाव कार्य जारी है। एनडीआरएफ और सेना के जवानों ने अब तक 117 लोगों का रेस्क्यू किया है। हादसे के समय पुल पर 400 से अधिक लोग मौजूद थे।
समाचार एजेंसी की ओर से बताया गया कि पुल पर महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी मौजूद थे। पुल टूटने से कुछ लोगों ने रस्सियों और केबल तार में लटककर अपनी जान बचाई तो कुछ सीधे ही नदी में जा गिरे। लोग अपने परिवार के साथ खुशियां मनाने पहुंचे थे, लेकिन पलभर में ही खुशियां गम में बदल गई। कुछ ने तो तैरकर अपनी जान बचा ली, लेकिन कईयों की डूबकर मौत हो गई।
6-6:30 में पुल गिरा, कई लोग पानी में गिरे कई लोगों ने ब्रिज में लगे जाल को पकड़ कर बचने की कोशिश की। कई बच्चों, महिलाओं को मैं खुद अस्पताल लेकर आया, एक महिला थी जो गर्भवति थी उन्हें भी अस्पताल लाया लेकिन उनकी मृत्यु हो गई: मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना के चश्मदीद#Morbi pic.twitter.com/34rcjuqX1H
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 31, 2022
पुल के पास ही चाय बेचने वाले दुकानदार ने कहा कि मैंने अपने जीवन में इससे पहले ऐसा खतरनाक मंजर नहीं देखा। करीब 6:30 में पुल गिरा। कई लोग पानी में गिरे कई लोगों ने ब्रिज में लगे जाल को पकड़ कर बचने की कोशिश की। कई बच्चों, महिलाओं को मैं खुद अस्पताल लेकर आया, एक महिला जो गर्भवती थी उन्हें भी अस्पताल लाया लेकिन उनकी मृत्यु हो गई। लोग नदी में गिरते जा रहे थे लेकिन मैं कुछ नहीं कर पाया।
यह बेहद दर्दनाक था, वहां बच्चे-महिलाएं भी थी। मैं रातभर घटनास्थल पर मौजूद रही लोगों की मदद की। मैंने अपने परिवार के सदस्यों के तरह ही में लोगों की मदद की। मैंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए अपना वाहन दिया: मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना की चश्मदीद#MorbiBridgeCollapse pic.twitter.com/co26xefapG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 31, 2022
घटनास्थल पर मौजूद एक महिला ने बताया कि यह बेहद दर्दनाक था, वहां बच्चे-महिलाएं भी थी। बच्चे और महिलाएं चिल्ला और रो रही थी, लेकिन हम कुछ नहीं कर पा रहे थे। मैं रातभर घटनास्थल पर मौजूद रही लोगों की मदद की। मैंने अपने परिवार के सदस्यों के तरह ही में लोगों की मदद की। मैंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए अपना वाहन दिया।
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