Gyanvapi Masjid Survey: ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का आज सातवां दिन, 6 दिन में हुए ये अहम खुलासे

Gyanvapi Masjid Survey: ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का आज सातवां दिन, 6 दिन में हुए ये अहम खुलासे
X
Gyanvapi Masjid Survey: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वैज्ञानिक सर्वेक्षण का आज सातवां दिन है। बीते दिन परिसर की छत, तीनों गुंबदों और उसके नीचे के मुख्‍य हॉल सहित अन्य हिस्सों की मैपिंग की गई है। टीम का ध्यान तहखाने पर ज्यादा केंद्रित रहा। सर्वे के लिए टीम आज भी परिसर पहुंच चुकी है। यहां जानें तमाम बड़ी अपडेट्स...

Gyanvapi Masjid Survey: वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का भारतीय पुरातत्व विभाग की तरफ से सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे का आज सातवां दिन है। परिसर के वैज्ञानिक सर्वे के लिए एएसआई (ASI) की टीम पहुंच चुकी है। टीम ने छठे दिन के सर्वे में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की छत, तीनों गुंबदों और उसके नीचे के मुख्‍य हॉल सहित अन्य भागों की मैंपिग (Mapping) की है। साथ ही, निर्माण शैली में उपयोग की गई सामग्री की बारीकी से जांच की है। इस दौरान एएसआई की टीम ने कई तरह की मशीनों का इस्तेमाल किया है। इसके साथ ही तहखाने पर भी ज्यादा ध्यान केंद्रित किया।

जीपीआर तकनीक का जल्द किया जाएगा उपयोग

बुधवार को हुए ज्ञानवापी परिसर के सर्वे में हिन्दू पक्ष और मुस्लिम पक्ष (Muslim Side) दोनों ने पूरा सहयोग किया। दोनों पक्ष अब तक के वैज्ञानिक सर्वे से संतुष्ट हैं। मस्जिद की नींव के अतीत का पता लगाने के लिए जीपीआर तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) की आठ सदस्‍यीय टीम का इंतजार किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों की टीम के मुखिया प्रोफेसर जावेद मलिक के विदेश में होने से उन्हें वाराणसी आने में थोड़ा समय लग रहा है। हालांकि, आईआईटी कानपुर की टीम ASI की मदद के लिए उपलब्ध है। उनके द्वारा दी गई मशीनों के जरिये ही सर्वे किया जा रहा है।

सर्वे की जानकारी साझा नहीं की जाएगी

ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे की जानकारी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल करने के मामले में कोर्ट और प्रशासन (Administration) पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। हिंदू और मुस्लिम पक्ष ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। अब प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि दोनों पक्षों को एएसआई टीम से किसी भी तरह की बातचीत करने की अनुमति नहीं होगी। वहीं, मुस्लिम पक्ष ने हिंदू पक्ष की तरफ से मीडिया में जानकारी साझा करने के लिए भी कोर्ट का रूख किया था। हालांकि, कोर्ट ने अपने पास फैसला सुरक्षित रख लिया है।

Tags

Next Story