Gyanvapi Masjid Survey Live: ज्ञानवापी परिसर का आज फिर से सर्वे शुरू, मिले कुछ धार्मिक निशान

Gyanvapi Masjid Survey Live: ज्ञानवापी परिसर का आज फिर से सर्वे शुरू, मिले कुछ धार्मिक निशान
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Gyanvapi Masjid Survey Live: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारियों की टीम आज सुबह 10.30 बजे से ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक सर्वे करेगी। बीते दिन के सर्वे में धार्मिक महत्व के 20 से ज्यादा निशान पाए गए हैं। साथ ही, ज्ञानवापी के तैयार नक्शे के आधार पर उसकी आकृति और निर्माण का पूरा खाका टोपोग्राफी शीट (Topography Sheet) पर उतारा गया है। यहां जानें ज्ञानवापी परिसर से जुड़ी तमाम बड़ी अपडेट्स...

Gyanvapi Masjid Survey Live Updates: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारियों की एक टीम सोमवार सुबह 10.30 बजे वाराणसी (Varanasi) में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण फिर से शुरू करेगी। हिंदू पक्ष (Hindu Side) का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि 'सावन' महीने का पांचवां सोमवार होने के कारण आज थोड़ी देरी हो सकती है। वजूखाने को छोड़कर, काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण (Scientific Survey) यह तय करने के लिए किया जा रहा है कि क्या मस्जिद पहले से मौजूद मंदिर पर बनाई गई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीते रविवार को किए गए सर्वे में परिसर के गुंबद के नीचे और तहखाने में कुछ धार्मिक निशान मिले हैं। ज्ञानवापी के तैयार नक्शे के आधार पर उसकी आकृति और निर्माण का पूरा खाका टोपोग्राफी शीट (Topography Sheet) पर उतारा गया है। दीवारों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई गई है। साथ ही, धार्मिक महत्व के 20 से ज्यादा निशान पाए गए हैं।

Gyanvapi Masjid Survey Live Updates:

हिंदू पक्ष के वकील ने क्या सर्वे पर क्या कहा

हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि एएसआई व्यवस्थित और वैज्ञानिक तरीके से सर्वेक्षण कर रहा है। इस सर्वे को पूरा होने में तकरीबन 15 दिन का समय लगेगा। इसके बाद एएसआई वाराणसी की कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।

हिंदू पक्ष के वकील अब तक के सर्वे से खुश

हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि कुछ तहखानों की सफाई के साथ-साथ 'इलाके की फोटोग्राफी, मैपिंग और माप' पूरी कर ली गई है. बाद में, जैन ने कहा कि हिंदू पक्ष के प्रतिनिधि सर्वेक्षण के निष्कर्षों पर टिप्पणी नहीं करेंगे क्योंकि यह अदालत की निगरानी में किया जा रहा है। त्रिपाठी ने शनिवार को कहा कि इस काम में डिफरेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (DGPS) और अन्य तकनीकों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि हिंदू पक्ष अब तक के सर्वेक्षण से संतुष्ट है।

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