Republic Day Poem : इन कविताओं को शेयर कर दोस्तों को दें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

Republic Day Poem : इन कविताओं को शेयर कर दोस्तों को दें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
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Republic Day Poem : 26 जनवरी 2020 को भारत 71वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। इस मौके पर आप दी गई Poem को सोशल मीडिया पर शेयर रिपब्लिक डे की शुभकामनाएं दे सकते हो। बच्चे इन Poem को स्कूल में होने वाले प्रोग्राम में भी गाकर प्रस्तुति दे सकते हैं।

Republic Day Poem : 26 जनवरी 2020 को भारत 71वे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाएगा। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था, उसके बाद से ही प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन राजपथ पर परेड होती है, जिसमे भारतीय सेना के शौर्य को दर्शाया जाता है। इसमें देश के विभिन्न प्रदेशों की झंकियां भी शामिल होती है। गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराते हैं।

भारतवासी इस मौके पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को सोशल मीडिया द्वारा बधाई देते हैं। स्कूल में होने वाले प्रोग्राम में बच्चे कविताएं आदि गाकर प्रस्तुति देते हैं। हम आपके लिए लाए हैं रिपब्लिक डे पर ऐसी ही देश भक्ति कविताएं जिन्हे आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, कलीग आदि को भेजकर उन्हें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं। स्कूल में होने वाले प्रोग्राम में भी बच्चे इन कविताओं को गा सकते हैं।

1. विजय पर्व गणतंत्र दिवस है

नव भारत की नव पहचान,

कोटि कोटि जनता ने पाया

अपना निर्मित नया विधान।

हुए सभी हम भारतवासी

अपनी किस्मत के निर्माता,

अंग्रेजी काले नियमों से

मुक्त हो गई भारतमाता।

बिना भेद के पाई सबने

एक अनोखी अवसर - समता,

जनता ने पहचानी फिर से

विश्व - पटल पर अपनी क्षमता। राष्ट्रगान को मिलकर गाया।

वीर शहीदों की कुर्बानी

व्यर्थ नहीं जाने पाएगी,

देशप्रेम की भीनी खुशबू

जन गण मन को महकाएगी।

हो सद्भाव सभी के मन में

कहीं न हो आतंकी दंगा,

अमर रहे गणतंत्र हमारा

रहे फहरता सदा तिरंगा।


2. देखो फिर से गणतंत्र दिवस आ गया,

जो आते ही हमारे दिलों-दिमाग पर छा गया।

यह है हमारे देश का राष्ट्रीय त्योहार,

इसलिए तो सब करते हैं इससे प्यार।

इस अवसर का हमें रहता विशेष इंतजार,

क्योंकि इस दिन मिला हमें गणतंत्र का उपहार।

आओ लोगो तक गणतंत्र दिवस का संदेश पहुचाएं,

लोगो को गणतंत्र का महत्व समझाये।

गणतंत्र द्वारा भारत में हुआ नया सवेरा,

इसके पहले तक था देश में तानाशाही का अंधेरा।

क्योंकि बिना गणतंत्र देश में आ जाती है तानाशाही,

नही मिलता कोई अधिकार वादे होते हैं हवा-हवाई।

तो आओ अब इसका और ना करें इंतजार,

साथ मिलकर मनाये गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय त्योहार।


3. आज नई सज-धज सेगणतंत्र दिवस फिर आया है।

नव परिधान बसंती रंग कामाता ने पहनाया है।

भीड़ बढ़ी स्वागत करने कोबादल झड़ी लगाते हैं।

रंग-बिरंगे फूलों मेऋतुराज खड़े मुस्काते हैं।

धरनी मां ने धानी साड़ीपहन श्रृंगार सजाया है।

गणतंत्र दिवस फिर आया है।

भारत की इस अखंडता कोतिलभर आंच न आने पाए।

हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाईमिलजुल इसकी शान बढ़ाएं।

युवा वर्ग सक्षम हाथों सेआगे इसको सदा बढ़ाएं।

इसकी रक्षा में वीरों नेअपना रक्त बहाया है।

गणतंत्र दिवस फिर आया है।



4. देखो 26 जनवरी है आयी, गणतंत्र की सौगात है लायी।

अधिकार दिये हैं इसने अनमोल, जीवन में बढ़ सके बिन अवरोध।

हर साल 26 जनवरी को होता है वार्षिक आयोजन,

लाला किले पर होता है जब प्रधानमंत्री का भाषन,

नयी उम्मीद और नये पैगाम से, करते है देश का अभिभादन,

अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट पर अर्पित करते श्रद्धा सुमन,

2 मिनट के मौन धारण से होता शहीदों को शत-शत नमन।

सौगातो की सौगात है, गणतंत्र हमारा महान है,

आकार में विशाल है, हर सवाल का जवाब है,

संविधान इसका संचालक है, हम सब का वो पालक है,

लोकतंत्र जिसकी पहचान है, हम सबकी ये शान है,

गणतंत्र हमारा महान है, गणतंत्र हमारा महान है।


5. जो आके टकराता है,

अहं चूर भी करता हूं।

दुश्मन की कोई भी,

दाल न गलती।

लड़कर दूर भगाता हूं,

अपने भारत के वीर गीत को,

हर मौके पर गाता हूं।

आतंकवादी अवसरवादी,

आने से टकराते हैं।

आ गए मेरी भूमि में,

तहस-नहस हो जाते हैं।

अपने देश की माटी का,

माथे पर तिलक लगाता हूं।








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