Haribhoomi Explainer: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इन 5 राज्यों में होगा चुनावी रण, जानिये यहां का राजनीतिक समीकरण

Haribhoomi Explainer: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इन 5 राज्यों में होगा चुनावी रण, जानिये यहां का राजनीतिक समीकरण
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Haribhoomi Explainer: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम शामिल हैं। कई चुनावी पंडितों का मानना है कि यह चुनाव आम चुनाव 2024 के सेमीफाइनल हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा जरूरी नहीं है। आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर में जानते हैं कि कैसे हैं इन राज्यों के चुनावी आंकड़ें...

Haribhoomi Explainer: पिछले दिनों कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद 2024 का मुकाबला दिलचस्प होता नजर आ रहा है। आम चुनाव से पहले आने वाले महीनों में पांच और राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम हैं। कई चुनावी विशेषज्ञ इसे 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानकर चल रहे हैं। वहीं, कई लोगों का कहना है कि विधानसभा चुनाव का लोकसभा चुनाव पर बहुत फर्क नहीं पड़ता है। वह इस बात के लिए पिछले कुछ विधानसभा चुनाव के परिणामों का हवाला भी देते हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान प्रमुख हैं। आपको बता दें कि 2019 के पिछले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को करारी हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके बाद हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने इन दोनों ही राज्यों में क्रमशः 11 में से 9 और 25 में से 25 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। आइये जानते हैं कि 2018 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में क्या रहा था राजनैतिक पार्टियों का हाल...

इन राज्यों में हुए थे 2018 में विधानसभा चुनाव

आम चुनाव 2019 से पहले 2018 में पांच राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव हुए थे। जहां पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। वहीं मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ मं सत्ता से बाहर होना पड़ा था। कांग्रेस को मिजोरम में बुरी हार का सामना करना पड़ा था। जहां एमएनएफ ने राज्य की कुल चालीस विधानसभा सीटों में से 26 सीटों पर जीत दर्ज करके पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाई थी। वहीं कांग्रेस सिर्फ 5 सीटों पर सिमट कर रह गई थी।

2018 के विधानसभा चुनाव राज्यवार आंकड़ें

मध्य प्रदेश, कुल विधानसभा सीट्स (230)

• कांग्रेस (INC) - 114

• बीजेपी (BJP) - 109

• निर्दलीय - 4

• बसपा (BSP) - 2

• सपा (SP) - 1

राजस्थान, कुल विधानसभा (199)

• यूपीए (INC+Alliance) - 100

• बीजेपी (BJP) - 73

• निर्दलीय - 13

• बसपा - 6

• आरएलपी - 3

• सीपीआई(M) - 2

• बीटीपी - 2

छत्तीसगढ़, कुल विधानसभा सीट्स (90)

• कांग्रेस (INC) - 68

• बीजेपी (BJP) - 15

• जेसीसी (JCC) - 5

• बीएसपी (BSP) - 2

तेलंगाना, कुल विधानसभा सीट्स (119)

• टीआरएस (TRS) - 88

• यूपीए (UPA) - 21

• टीडी (TD) - 2

मिजोरम, कुल विधानसभा सीट्स (40)

• एमएनएफ (MNF) - 26

• कांग्रेस (INC) - 5

• निर्दलीय - 8

• बीजेपी - 1

2018 के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के पूर्व मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान तीन ऐसे राज्य थे जहां भारतीय जनता पार्टी सत्ता में थी। लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद बीजेपी को इन राज्यों के सत्ता से बाहर होना पड़ा और कांग्रेस ने इन तीन राज्यों में चुनाव जीतकर सत्ता में वापसी की। तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) अब 'भारत राष्ट्र समिति' (BRS) ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 199 में से कुल 88 सीटें जीतकर सत्ता पर काबिज हुई। वहीं, कांग्रेस ने राज्य में 19 सीटों पर जीत हासिल की और उसके यूपीए गठबंधन ने कुल 21 सीटों पर जीत दर्ज कर दूसरे स्थान पर रही। मिजोरम में Mizo National Front (MNF) ने विधानसभा की कुल 40 सीटों में से 26 सीटें जीतकर राज्य में सरकार बनाई और राज्य में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। वहीं, 5 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 8 ने जीत दर्ज की। बीजेपी ने मिजोरम में एक सीट जीतकर पहली बार राज्य में खाता खोला।

वहीं, इन्हीं पांच राज्यों में हुए 2019 के लोकसभा के चुनावी आंकड़ों पर नजर डालने पर परिणाम में भारी अंतर देखने को मिलता है। 2019 में हुए मध्य प्रदेश के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 58% के वोट शेयर के साथ राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर कब्जा जमाया था। वहीं, साल भर पहले राज्य की सत्ता में वापसी करने के बावजूद कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर सिमट कर रह गई थी। वहीं, राजस्थान में भी बीजेपी गठबंधन ने 60% के वोट शेयर के साथ राज्य की सभी 26 लोकसभा सीट्स पर कब्जा जमाया था। छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस को राज्य की कुल 11 लोकसभा सीट्स में से 2 सीटों से संतोष करना पड़ा था। राज्य की 9 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने 50% से अधिक वोट शेयर के साथ कब्जा जमाया था। वहीं तेलंगाना की 17 सीट्स में से टीआरएस ने 9, बीजेपी 4 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में मिजोरम की एक सीट पर एमएनफ ने जीत दर्ज की थी।

2019 के लोकसभा चुनाव के 5 राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के आंकड़ें

मध्य प्रदेश, कुल सीट्स (29)

• बीजेपी - 28, वोट शेयर - 58%

• कांग्रेस - 1, वोट शेयर -34.5%

राजस्थान, कुल सीट्स (25)

• बीजेपी गठबंधन (एनडीए) - 25 (60.5%)

• कांग्रेस - सीट्स (0), वोट शेयर 34.24%

छत्तीसगढ़, कुल लोकसभा सीट्स (11)

• बीजेपी - 9, वोट शेयर - 50.70%

• कांग्रेस - 2, वोट शेयर - 40.91%

तेलंगाना, कुल लोकसभा सीट्स (17)

• कांग्रेस - 3, वोट शेयर - 29.48%

• बीजेपी - 4, वोट शेयर - 19.45%

• टीआरएस - 9, वोट शेयर - 41.29%

मिजोरम, कुल लोकसभा सीट्स (1)

• एमएमएफ - 1, वोट शेयर - 44.80%

• कांग्रेस, वोट शेयर - 43.26%

• बीजेपी, वोट शेयर - 5.75%

2018 में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि देश की जनता इन दोनों चुनावों को अलग-अलग देखती है और उसी नजरिए से वोट देती है। विधानसभा चुनाव में आमतौर पर राज्यों में स्थानीय मुद्दे हावी रहते हैं और लोकसभा चुनाव में जनता विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और ऐसे अन्य अंतर्राष्ट्रीय और देशव्यापी मुद्दे को ध्यान में रखकर वोट देती है। फिलहाल आने वाले 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि जनता 'डबल इंजन' की सरकार चाहती है या वह लोकसभा और विधानसभा चुनाव दोनों को अलग-अलग देखती है।

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