Haribhoomi Explainer: बीना राय ने दशकों तक दर्शकों के दिलों पर किया राज, पढ़िये उनकी दिलचस्प कहानी

Haribhoomi Explainer: बीना राय ने दशकों तक दर्शकों के दिलों पर किया राज, पढ़िये उनकी दिलचस्प कहानी
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Haribhoomi Explainer: हिंदी सिनेमा में बात अगर अनारकली की हो, तो सबसे पहले जहन में नाम आता है मधुबाला का। लेकिन यह भी सच है कि अनारकली के किरदार की बात होते ही बीना राय का जिक्र जरूर होता है क्योंकि उन्होंने फिल्म मुगल-ए-आजम की रिलीज से सात साल पहले अनारकली के किरदार में ऐसी छाप छोड़ी थी, जिसे दशकों तक भूलाया नहीं जा सका। बीना राय की आज जयंती है। आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से हम आपको फिल्मी जगत की पहली अनारकली बीना राय की कहानी बताते हैं।

Haribhoomi Explainer: ब्लैक एंड व्हाइट हिंदी सिनेमा (Hindi Cinema) की सबसे सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से बीना राय (Bina Rai) भी शामिल थीं, जिन्होंने अपने जबरदस्त अंदाज से लाखों लोगों के दिलों को जीता था। अपनी शानदार अदाकारी के दम पर बीना राय ने न सिर्फ इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई, बल्कि दर्शकों के दिलों पर सालों तक राज किया। आज उन्हीं बीना राय की जयंती है। उन्हें फिल्म घूंघट, अनारकली और ताजमहल जैसी कई अन्य सुपरहिट फिल्मों के लिए याद किया जाता है। अनारकली फिल्म की जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है। तो आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से हम आपको अनारकली बीना राय के बारे में बताते हैं।

बीना राय का करियर

बीना राय ने अपने छोटे फिल्मी सफर में कई शानदार फिल्में दीं। बीना का बचपन का नाम कृष्णा सरीन (Krishna Sarin) था। पढ़ाई के लिए वह लखनऊ (Lucknow) गई थीं, जहां उन्हें आईटी कॉलेज में एडमिशन मिला था। हॉस्टल के दिनों में बीना थियेटर करने लगीं। अखबार में टैलेंट कॉन्टेस्ट का विज्ञापन देखा तो फिल्मों में आने का सोचा। लेकिन इस बारे में घरवालों को जैसे ही पता चला, उन्होंने इसके खिलाफ अपनी नापसंदगी जाहिर की। बीना ने भी जिद पकड़ ली और पहुंच गईं मुंबई। वह इस कॉन्टेस्ट की विनर बनीं और बतौर अभिनेत्री पहली फिल्म ‘काली घटा’ की। दूसरी तरफ जब बीना राय की फिल्म अनारकली ने सिनेमा पर दस्तक दी तो इस फिल्म को देख के आसिफ ने उन्हें अपनी फिल्म मुगल-ए-आजम में अनारकली के किरदार में लेने का फैसला किया। लेकिन, बात नहीं बनी। बीना ने साफ इनकार कर दिया कि वे अनारकली फिल्म नहीं करेंगी। हालांकि इस फिल्म के न करने के बावजूद बतौर अनारकली उनका जादू दर्शकों के सिर चढ़कर बोलता रहा।

बीना राय और प्रेम नाथ की लव स्टोरी

फिल्मी जगत में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाली बीना राय की शादी हिंदी फिल्मों के विलेन प्रेम नाथ से हुई थी। दानों कलाकारों के प्रेम प्रसंग के चर्चे आज भी कम नहीं हुए हैं। हिंदी सिनेमा जगत में आज भी प्रेम नाथ और बीना राय की प्रेम कहानी के चर्चे होते हैं। दोनों की मुलाकात तो काफी पहले हो गई थी, लेकिन दोनों को प्यार हुआ औरत के शूटिंग के दौरान। फिर दोनों ने शादी में देर नहीं की। बीना राय और प्रेम नाथ ने 1952 में शादी की। उनके दो बच्चे हैं। बच्चों का नाम प्रेम किशन और मोंटी नाथ है।

खास बात तो ये है कि कभी प्रेम नाथ मधुबाला से प्यार करते थे और बीना को इस बात की खबर भी नहीं थी, लेकिन उन्हें इससे कोई समस्या भी नहीं थी। बीना ने यह किस्सा साझा करते हुए कहा था कि मधुबाला के ही चलते उन्होंने प्रेम नाथ की खूब देखभाल की। आगे बीना ने बताया था कि जिस समय मधुबाला की तबीयत बिगडी तभी प्रेम नाथ ने उनसे बताया था कि वे मधुबाला से प्यार करते थे।

विवाह के बाद बढ़ा और कद

बीना राय ने विवाह के बाद पारिवारिक जिम्मेदारी संभालने के बावजूद कई अच्छी फिल्मों में अभिनय किया। विवाह के बाद भी उन्हें बतौर हीरोइन खूब प्रशंसा मिली। फिल्म औरत के बाद गौहर, शोले, शगूफा, मीनार, गोलकुंडा का कैदी, हमारा वतन, दुर्गेशनंदिनी, तलाश, समुंदर, चंगेज खां, घूंघट, वल्लाह क्या बात है, ताजमहल, दादी मां, सरदार, मरीन ड्राइव, इंसानियत, मदभरे नैन, चंद्रकांत, और राम राज्य फिल्मों में उन्होंने अभिनय करके हिट दिलाई।

13 थी खास संख्या

ज्यादातर लोग 13 के अंक को अशुभ मानते हैं, लेकिन बीना राय की जिंदगी में इस तारीख को सब शुभ ही शुभ हुआ है। जहां 13 जुलाई 1932 को उनका जन्म हुआ, वहीं 13 जुलाई 1950 को उन्होंने अपनी पहली फिल्म काली घटा के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। इस फिल्म के लिए उन्हें 25 हजार की राशि मिली थी। यह फिल्म भी 13 जुलाई 1951 को रिलीज हुई। खास बात है कि इसके एक साल बाद यानी 1952 को 13 जुलाई के दिन ही प्रेमनाथ के साथ सगाई कर ली।

और कह दिया दुनिया को अलविदा

1967 के बाद वे अभिनय से नाता तोड़कर पूरी तरह घर-गृहस्थी में रम गईं। कभी लाखों फिल्मी दर्शक के दिल पर राज करने वाली हीरोइन बीना राय अंतिम समय में मुंबई के मालाबार हिल स्थित अनीता भवन में बेटे मोंटी के साथ रहती थीं। उनके दो बेटे प्रेम किशन और कैलाश नाथ हैं। प्रेम किशन फिल्म-सीरियल निर्माण से जुड़े हैं। प्रेम किशन की बेटी आकांक्षा भी कई फिल्में में काम कर चुकी हैं। 6 दिसम्बर, 2009 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

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