Haribhoomi Explainer: देश की बढ़ती जनसंख्या और घटते संसाधन, युवा भारत के सामने ये चुनौतियां

Haribhoomi Explainer: भारत चीन को पीछे छोड़ते हुए लगभग 1.4 अरब आबादी के साथ दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है। इस आबादी का आधे से ज्यादा यानी लगभग 53 फीसदी 30 साल से कम आयु के हैं। भारत के इस जनसंख्या-लाभ की चर्चा सालों से हो रही है, लेकिन नौकरियां ना होने के कारण देश की ताकत बनने वाले युवा अर्थव्यवस्था पर बोझ बनते जा रहे हैं।
अर्थशास्त्री जयती घोष का कहना है कि देश की जनसंख्या वृद्धि एक सुलगती हुई चिंगारी है। हमारे पास कितने सारे लोग हैं, जो पढ़े-लिखे हैं। पढ़ाई के लिए उनके परिवार ने बहुत सारा पैसा खर्च किया है, लेकिन आज उनके पास नौकरी नहीं है। यह तथ्य बेहद डरावना है। यह सिर्फ अर्थव्यवस्था के संभावित नुकसान का सवाल नहीं है, बल्कि यह पूरी पीढ़ी के नुकसान की बात है। तो चलिए बताते हैं कि बढ़ती जनसंख्या के क्या दुष्प्रभाव होंगे।
जनसंख्या वृद्धि दर में कमी
पिछले कुछ दशकों में भारत की जनसंख्या वृद्धि दर में कमी आई है। देश की जनसंख्या दर 1971-81 में 2.5 वार्षिक दर से घटकर 2011-16 में 1.3 प्रतिशत रह गई। इस समय के दौरान जनसंख्या वृद्धि वाले प्रमुख राज्यों में भी गिरावट हुई है, जैसे- उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और राजस्थान। इसके साथ ही दक्षिण के राज्यों बंगाल, पंजाब, ओडिशा, मुंबई, हिमाचल और असम में जनसंख्या पहले से 1 प्रतिशत की दर से भी कम पर बढ़ रही है। हालांकि, वृद्धि दर में कमी के बावजूद भी हम दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है।
जनसंख्या वृद्धि से बढ़ी बेरोजगारी
एक बड़ी आबादी की वजह से काम करने की क्षमता रखने वाले लोगों की एक बड़ी संख्या भी खड़ी हो जाती है। इस बड़ी संख्या को रोजगार उपलब्ध करवाना एक बड़ी चुनौती होती है। आज की तारीख में भारत में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। लगातार बढ़ रही जनसंख्या की वजह से बेरोजगारी की समस्या भविष्य में और विकराल रूप ले लेगी। रोजगार की कमी आर्थिक असमानता और गरीबी को और बढ़ा देगी।
छोटे उद्योग धराशायी
रोजगार की सबसे ज्यादा जरूरत के समय छोटे व्यवसाय भी धराशायी हो गए हैं जो रोजगार की रीढ़ की हड्डी होते हैं। 2016 में भारत सरकार ने देश की 86 फीसदी करेंसी नोटों को रद्दी के टुकड़ों में बदलते हुए डिमोनेटाइजेशन का ऐलान किया था। उस फैसले ने छोटे व्यापारियों पर करारी चोट की थी, जिसके बाद आई कोरोना महामारी ने सब तहस-नहस कर दिया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 में दस हजार से ज्यादा अति लघु, लघु और मध्यम दर्जे के व्यवसाय बंद हुए। उसे बीते साल 6,000 उद्योगों पर ताला पड़ा था।
शिक्षा और बढ़ती जनसंख्या
एक बड़ी आबादी को शिक्षित और कुशल बनाना बेहद ही मुश्किल होता है क्योंकि समय के साथ जितने लोगों को शिक्षित और कुशल बनाने की जरूरत होगी, उतनी क्षमता शैक्षणिक संस्थानों के पास शायद ही हो। इसका परिणाम ये हो सकता है कि बहुत से लोग अच्छी शिक्षा हासिल नहीं कर पाएंगे और बहुत से लोगों के पास जो कौशल होगा, वह कौशल नौकरी के बाजार से मेल नहीं खाएगा।
गरीबी और बढ़ती जनसंख्या
बढ़ती जनसंख्या की वजह से गरीबी पर नियंत्रण रख पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। साथ ही घटती आमदनी की बढ़ने का खतरा और भी बढ़ जाता है। बढ़ती जनसंख्या से लोगों के जीवन स्तर, स्वास्थ्य और शिक्षा तक उनकी पहुंच में गहरी असमानताएं पैदा हो जाती हैं।
बढ़ती जनसंख्या का पर्यावरण पर असर
बढ़ती जनसंख्या पर्यावरण के लिए एक समस्या बन गई है। वनों की कटाई, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण का बढ़ती जनसंख्या से खतरा और भी बढ़ जाता है। बढ़ती जनसंख्या का सीधा असर पर्यावरण पर भी पड़ता है।
जनसंख्या एवं पर्यावरण में संबंध
अब बढ़ती हुई जनसंख्या को गंभीरता से लिया जा रहा है क्योंकि इसका सीधा प्रभाव प्रकृति पर पड़ रहा है। इसके कारण प्रकृति अपना संतुलन खोती जा रही है, परिणामस्वरूप असंतुलित प्रकृति का तांडव हमारे जैवमण्डल पर खुला दिखाई देता है। पर्यावरण असंतुलित के सम्बन्ध में माल्थस ने सैकड़ों वर्ष पूर्व में ही कह दिया था कि यदि आत्म संयम और कृत्रिम साधनों से जनसंख्या को नियंत्रित नहीं किया गया तो प्रकृति अपने क्रूर हाथों से इसे नियंत्रित करने की ओर अग्रसर होगी।
संसाधनों की कमी
लगातार बढ़ रही जनसंख्या की वजह से जो सबसे बड़ी चुनौती बन गयी है वह प्राकृतिक संसाधनों पर बढ़ता दबाव। प्राकृतिक संसाधनों में जल, जंगल, जमीन और खनिज शामिल है। जनसंख्या के बढ़ने की वजह से इन संसाधनों का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। इसके कारण कृषि उत्पादन और पानी की कमी के साथ पर्यावरण में गिरावट होने की सम्भावना बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें: Haribhoomi Explainer: क्या गहलोत-पायलट के बीच की रंजिशें कम हो गईं, यहां पढ़िये असल कहानी
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS