Haribhoomi Explainer: योग दिवस पर भारत समेत 180 देशों में धूम, पढ़ें International Yoga Day से जुड़े रोचक तथ्य

Haribhoomi Explainer: योग दिवस पर भारत समेत 180 देशों में धूम, पढ़ें International Yoga Day से जुड़े रोचक तथ्य
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Haribhoomi Explainer: आज 21 जून को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मना रही है। 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका से एक संदेश भी जारी किया है। भारत के आह्वान पर दुनिया के 180 से ज्यादा देशों का एक साथ आकर योग दिवस को मना रहे हैं। आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से आपको विस्तार से योग और योग दिवस के बारे में बताते हैं।

Haribhoomi Explainer: हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) 21 जून को मनाया जाता है। आज के दिन भारत समेत दुनिया के 180 से ज्यादा देशों का एक साथ आकर योग दिवस को मना रहे हैं। योग दिवस को लेकर पीएम मोदी ने वीडियो संदेश भी जारी किया है। केवल भारत ही नहीं, बल्कि योग का महत्व समझने वाले देश भी अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की तैयारियों में जुटे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा योग दिवस को घोषित किया गया था, फिर 21 जून को संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) में इसे यूएन लिस्ट में भी शामिल कर लिया गया। अब ठीक उसी दिन यानि 21 जून को प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र संघ के परिसर में योग दिवस मनाकर विश्व को स्वस्थ रहने का संदेश देंगे।

पीएम‌ मोदी ने आज के अपने मन की बात कार्यक्रम में योग का जिक्र करते हुए कहा कि सभी लोगों को योग को अपने जीवन में जरूर अपनाना चाहिए। इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लेना चाहिए, ताकि योग उन्हें स्वस्थ रख सके। आगे उन्होंने कहा कि अगर अभी तक आप योग से नहीं जुड़े हैं, तो जल्दी जुड़िए क्योंकि योग आपको निरोग रखने में मदद करता है। तो आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से आपको योग दिवस से जुड़ी तमाम बातें बताते हैं।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत (International Yoga Day begins)

27 सितंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में इंटरनेशनल योग डे को मनाने के लिए प्रस्ताव रखा था। इसके तहत साल में किसी भी एक दिन को योग दिवस के रूप में मनाने की मांग की गई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इसके बाद 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। तब से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

योग दिवस 2023 की थीम (Yoga day 2023 theme)

इस साल 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत पर वन वर्ल्ड, वन हेल्थ रखी गई है। इस थीम को भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा चुना गया है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का महत्व (Importance of International Yoga Day)

इंटरनेशनल योगा डे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में योग को लेकर जागरुकता पैदा करना है। इस दिन योग लोगों को योग करने के फायदे बताए जाते हैं। साथ ही लोगों को योग के प्रति जागरूक भी किया जाता है ताकि लोग रोजाना योगाभ्यास करने का समय निकाल सकें। योग करने से शरीर फिट और तंदरुस्त रहता है। नियमित योग करने से कई बीमारियां दूर रहती हैं। साथ ही यह आपको फिट रखता है। रोजाना योग करने से लोगों को कई बीमारियों से निजात मिल जाती है।

योग दिवस पर अमेरिका में पीएम मोदी का डंका (PM Modi's sting in America on Yoga Day)

अपनी पहली अमेरिकी राजकीय यात्रा दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर संयुक्त राष्ट्र में होने वाले कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। संयुक्त राष्ट्र में होने वाले इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग भाग लेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 77 वें सत्र के अध्यक्ष साबा कोरोसी भी इस समारोह में मौजूद रहेंगे।

योग पर बीजेपी का मेगा प्लान (BJP's mega plan on yoga)

योग दिवस को लेकर बीजेपी ने बड़ी तैयारी की है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन बीजेपी ने अपने सभी सांसदों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में योग के बड़े-बड़े आयोजन कराने की बात कही है। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर बीजेपी के सभी बड़े नेता योग कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बीजेपी के करीब 250 बड़े नेताओं को योग दिवस के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने को कहा गया है।

भारत में कब हुई थी योग की शुरुआत (When did yoga start in India)

भारत में योग का इतिहास लगभग 5000 साल से भी ज्यादा पुराना है। लोग प्राचीन काल से ही मानसिक, शारीरिक एवं अध्यात्म के रूप में योग का अभ्यास करते आ रहे हैं। सप्त‌ऋषि अगस्त ने ही पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में जाकर यौगिक तरीके से जीवन जीने की संस्कृति को लोगों में गढ़े थे। योग की उत्पत्ति सर्वप्रथम भारत में ही हुई थी। इसके बाद ही योग दुनिया के अन्य देशों में फैला। योग की बात होती है तो पतंजलि का नाम जरूर याद आता है। क्योंकि पतंजलि ही पहले और एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने योग को आस्था, अंधविश्वास और धर्म से योग को बाहर निकालकर एक लोगों तक पहुचाने का प्रयास किए थे। योग भारत की प्राचीन परम्परा का ही एक अमूल्य उपहार है जो न केवल भारत देश में बल्कि एशिया, मध्यपूर्व, उत्तरी अफ्रीका एवं दक्षिण अमेरिका सहित विश्व के भिन्न- भिन्न भागों में फैला हुआ है।

बाबा रामदेव ने दिया योग को नया रूप (Baba Ramdev gave new form to yoga)

योगगुरू कहे जाने वाले बाबा रामदेव ने योग के क्षेत्र में क्रांति लाई। करें योग रहे निरोग के नारे के साथ एक टीवी चनैल के माध्यम से बाबा रामदेव हर दिन सुबह-सुबह योग करते और इसके फायदे बताते नजर आ जाते हैं। ये बात एकदम सच है कि योगा को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री मोदी ले गए लेकिन योगा को अन्तर्राष्ट्रीय पर पहचान दिलाने में योगगुरू बाबा रामदेव का भी बहुत बड़ा योगदान है।

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भारत के 5 योग गुरु जिनके योग की दुनिया दीवानी (5 yoga gurus of India whose yoga world is crazy about)

1. धीरेंद्र ब्रह्मचारी (Dhirendra Brahmachari)

धीरेंद्र ब्रह्मचारी इंदिरा गांधी के योग अध्यापक के रूप में जाने जाते हैं। इन्होंने दूरदर्शन चैनल के माध्यम से योग को बढ़ावा देने का काम शुरू किया था।

2. बीकेएस अयंगर (BKS Iyengar)

बी के एस अंयगर ने योग को दुनियाभर में पहचान दिलाने में एक अहम भूमिका निभाई है। अंयगर योग के नाम से उनका एक योग का स्कूल भी है। इसी स्कूल के माध्यम से लोगों को उन्होंने योग के प्रति जागरूक किया। साल 2004 में टाइम मैगजीन ने उनका नाम दुनिया के टॉप 100 प्रभावशाली लोगों में शामिल की।

3. महर्षि महेश योगी (Maharishi Mahesh Yogi)

महर्षि महेश योगी देश और दुनिया में ट्रांसैडेंटल मेडिटेशन के जाने-माने गुरु थे। बहुत लोग उन्हें अपना गुरु मानते हैं। दुनियाभर में वो अपने योग से जाने जाते हैं। श्रीश्री रविशंकर भी महर्षि महेश योगी के ही शिष्य हैं।

4. तिरुमलाई कृष्णमचार्य (Tirumalai Krishnamacharya)

आधुनिक योग का पिता तिरुमलाई कृष्णमचार्य को माना जाता है। हठयोग और विन्यास को फिर से जीवित करने का पूरा श्रेय उन्हें ही जाता है। तिरुमलाई कृष्णमचार्य को आयुर्वेद की भी जानकारी थी। इलाज के लिए उनके पास आए लोगों को वो योग और आयुर्वेद की मदद से ठीक कर देते थे।

5. परमहंस योगानंद (Paramahansa Yogananda)

परमहंस योगानंद अपनी किताब ऑटोबायोग्राफी ऑफ अ योगी के लिए विख्यात हैं। उन्होंने पश्चिमी लोगों को मेडिटेशन और क्रिया योग से परिचित कराया। इतना ही नहीं परमहंस योगानंद योग के सबसे पहले और मुख्य गुरू हैं। इन्होंने अपना ज्यादातर जीवन अमेरिका में गुजारा था।

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