Haribhoomi Explainer: पाकिस्तान बनने वाला है IMF का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार, यहां जानिए क्या है पाक के वर्तमान हालात

Haribhoomi Explainer: पाकिस्तान बनने वाला है IMF का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार, यहां जानिए क्या है पाक के वर्तमान हालात
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Haribhoomi Explainer: गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान को आईएमएफ (IMF) का सहारा मिला है। बता दें कि अगले नौ महीनों में पाकिस्तान (Pakistan) को आईएमएफ से तीन बिलियन डॉलर का लोन मिलेगा। यह नया लोन मिलने के बाद पाकिस्तान, आईएमएफ का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार बन जाएगा। आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से जानते हैं कि अभी आईएमएफ का सबसे बड़ा कर्जदार देश कौन सा है। साथ ही जानेंगे कि पाकिस्तान के मौजूदा हालात क्या हैं।

Haribhoomi Explainer: लंबे समय से आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्‍तान (Pakistan) अब इंटरनेशनल मोनिटरी फंड (International Monetary Fund) का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार बनने वाला है। हाल ही में पाकिस्‍तान ने तीन बिलियन डॉलर ($3 Billion) का लोन IMF से अप्रूव कराया है। कई दौर की बातचीत के बाद IMF ने पाकिस्तान को 3 अबर डॉलर का लोन दिया। लोन लेने के बाद पाकिस्तान IMF का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार बन गया है। आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर में बताते हैं कि आईएमएफ (IMF) का सबसे बड़ा कर्जदार देश कौन सा है। साथ ही पाकिस्तान के मौजूदा आर्थिक हालात को भी जानेंगे।

भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बादल दिन ब दिन काले होते जा रहे हैं। पिछले कुछ सालों से लगातार पाकिस्तान तंगी का सामना कर रहा है। मौजूदा हालात ऐसे हो गए हैं कि पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा आर्थिक संकट पहले कभी नहीं आया था। हालांकि, पाकिस्तान बंटवारे के बाद से अपनी खराब आर्थिक नीति के ही कारण खराब आर्थिक स्थिति का सामना कर रहा है। लगातार खराब आर्थिक हालात के कारण पाकिस्तान लोन लेता रहता है। ज्यादा लोन लेने के कारण पाकिस्तान 31 मार्च, 2023 को अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से अधिक उधार लेने वाले देशों की सूची में पांचवें स्थान पर था। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान इस सूची में चौथे स्थान पर आने वाला है। इसका कारण यह है कि पाकिस्तान को वाशिंगटन स्थित ग्‍लोबल लेंडर के साथ किए गए स्‍टैंड बाय अरेंजमेंट के तहत अगले नौ महीनों में 3 अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज लेने जा रहा है।

एशिया का सबसे बड़ा कर्जदार

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के पास इंटरनेशनल मोनिटरी फंड से उधार लेने का खिताब एशियाई में नम्बर 1 का खिताब हासिल है। आईएमएफ से उधार लेने वाले अन्य एशियाई देशों में श्रीलंका, नेपाल, उज्बेकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, आर्मेनिया (पश्चिम एशिया) और मंगोलिया शामिल हैं। IMF के आंकड़े के मुताबिक, इस साल 31 मार्च तक ग्‍लोबल लेंडर ने दुनिया की वित्तीय हालत में सुधार करने और कमजोर अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए 155 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लोन जारी किया है।

अर्जेंटीना सबसे बड़ा कर्जदार

वॉशिंगटन स्थित कर्जदाता संस्थान आईएमएफ का सबसे बड़ा कर्जदार देश अर्जेंटीना है। जिस पर आईएमएफ का करीब 46 बिलियन डॉलर का कर्ज है। इसके बाद दूसरे नंबर पर इजिप्ट का नाम है, जिस पर आईएमएफ का 18 बिलियन डॉलर का कर्ज है। तीसरे स्थान पर है यूक्रेन है, जिस पर आईएमएफ का 12.2 बिलियन डॉलर कर्ज है। फिलहाल इक्वाडोर चौथे स्थान पर है। इक्वाडोर देश पर भी आईएमएफ का 8.2 अरब अमेरिकी डॉलर कर्ज है।

पाकिस्तान पर 10 बिलियन डॉलर का हो जाएगा कर्ज

पाकिस्तान पर अभी 7.4 बिलियन डॉलर का आईएमएफ से कर्ज लिया है, लेकिन तीन बिलियन डॉलर का कर्ज मिलने के बाद पाकिस्तान आईएमएफ का कुल 10.4 बिलियन डॉलर का कर्जदार हो जाएगा। इसके साथ ही पाकिस्तान इक्वाडोर को कर्ज लेने के मामले में पीछे छोड़कर आईएमएफ से कर्ज लेने वाला चौथा सबसे बड़ा देश बन जाएगा। पहले से ही आर्थिक संकट की मार झेल रहे पाकिस्तान को बीते साल आई विनाशकारी बाढ़ ने भारी नुकसान पहुंचाया और रही-सही कसर यूक्रेन युद्ध ने पूरी कर दी, जिसकी वजह से पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया में महंगाई आसमान छूने लगी है।

दुनिया के 93 देश आईएमएफ के कर्जदार

आईएमएफ ने दुनिया के 93 देशों को कर्ज दिया हुआ है और इसके शीर्ष दस कर्जदारों ने 71 प्रतिशत कर्ज लिया हुआ है। इन 10 देशों पर आईएमएफ का 155 बिलियन डॉलर का कर्ज है। श्रीलंका, नेपाल, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, अर्मेनिया और मंगोलिया भी आईएमएफ के कर्जदार हैं, लेकिन इन देशों पर पाकिस्तान के मुकाबले बहुत कम कर्ज है।

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2022 में आईएमएफ ने बंद कर दिया था पाक को लोन देना

आईएमएफ का लोन पैकेज 1947 में आजादी के बाद से पाकिस्तान का 23 वां पैकेज है। आईएमएफ ने पाकिस्तान को नवंबर 2022 में लोन देने से रोक दिया था, क्योंकि सरकार आईएमएफ के ऋण मानदंडों को पूरा नहीं कर पा रही थी। इस साल जब पाकिस्तान ने लोन लेने के मापदंड पूरा कर लिया, तो आईएमएफ ने फिर से लोन दिया।

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