Haribhoomi-Inh Exclusive: गणतंत्र पर 'गदर' आंदोलन किस डगर ? 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh Exclusive: गणतंत्र पर गदर आंदोलन किस डगर ? चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में आज प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हुई हिंसा के बाद राजधानी के विभिन्न बॉर्डर पर किसान नेताओं के खिलाफ कसे जा रहे पुलिस शिकंजे समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत की।

Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' की शुरुआत करते हुए प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने सवाल किया कि गणतंत्र पर गदर आंदोलन किस डगर ? जी हां दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। वहीं नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब दो महीनों से विभिन्न किसान नेता यूपी गेट और गाजीपुर बॉर्डर पर डेरा डालकर बैठे हैं। प्रदर्शकारी किसानों को इन जगहों से हटाने के लिए पुलिस ने भी कमर कस ली है। इसके लिए धरनास्थलों के बिजली-पानी काटकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। धरना-स्थलों के आसपास पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बढ़ी तादाद को देखकर किसान भी आशंकित दिखाई दे रहे हैं।

कार्यक्रम चर्चा में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने सांसद भाजपा संतोष पाण्डेय, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री, किसान नेता शिवकुमार शर्मा, किसान नेता अभिमन्यु कोहर और राजनीतिक विश्लेषक निशांत वर्मा के साथ खास चर्चा की। खास कार्यक्रम चर्चा के दौरान इन मेहमानों से कई सवाल पूछे... गणतंत्र पर 'गदर' आंदोलन किस डगर ?

'चर्चा'

ट्रैक्टर परेड के दौरान के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर हलचलें तेज हैं। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी गाजियाबाद स्थित गाजीपुर बॉर्डर से किसानों द्वारा धरनास्थल को खाली कराने का आदेश जारी कर दिया है। गाजीपुर सीमा पर भारी संख्या में यूपी पुलिस के जवान तैनात हो गए हैं। बॉर्डर पर यूपी पुलिस प्रशासन की ओर से बज्र वाहन की भी तैनाती की गई है। इसके अलावा दिल्ली के आसपास विभिन्न सीमाओं पर भी किसानों के धरनास्थलों के पास पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संख्या बढ़ा दी गई है। ये किसान केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ में बीते करीब दो महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं आज गाजीपुर बॉर्डर पर मंच को संबोधित करते वक्त किसान नेता राकेश टिकैत भावुक हो गए। साथ ही उन्होंने यहां तक कह दिया कि नए कृषि कानून वापस नहीं लिए गए तो वह अत्महत्या कर लेंगे। आशंकित किसान नेता राकेश टिकैत ने स्वयं के खिलाफ साजिशें रचे जाने का भी आरोप लगाया है।


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