Haribhoomi-Inh Exclusive: कौशल्या का धाम, जन्मस्थान पर संग्राम को लेकर हरिभूमि-आईएनएच प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने की खास चर्चा, देखें पूरा कार्यक्रम

Haribhoomi-Inh Exclusive: कौशल्या का धाम, जन्मस्थान पर संग्राम को लेकर हरिभूमि-आईएनएच प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने की खास चर्चा, देखें पूरा कार्यक्रम
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Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम चर्चा में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने कौशल्या का धाम, जन्मस्थान पर संग्राम को लेकर बातचीत की।

Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम चर्चा में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने कौशल्या का धाम, जन्मस्थान पर संग्राम को लेकर बातचीत की। माता कौशल्या के धाम को लेकर हाल ही में उठे विवाद के बीच भूपेश बघेल की सरकार बहुआमी तरीके से काम कर रही है। किसानों के संबंध में, धार्मिक क्षेत्रों के संदर्भ में... कहा जाता है कि भगवान राम की माता का घर छत्तीसगढ़ में था और इसी वजह से भगवान राम को यहां भांजे के तौर पर मान्यता दी जाती है। भूपेश बघेल सरकार ने कोशिश की कि जब पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी भगवान राम की अंदोलन चला सकती है, तो जिस मां ने उन्हें जन्म दिया तो उसके संदर्भ में छत्तीसगढ़ क्यों पीछे रहे। इस संदर्भ में कौशल्या धाम को विकसित करने की योजना बनाई गई। ऐसे में जब बघेल सरकार को दो साल हुए तो सरकार के दो साल पूरे होने का उत्साह भी कौशल्या धाम में बनाने की योजना बनाई गई। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के नेता अजय चंद्राकर ने बघेल सरकार की इस योजना को ठीक नहीं बताया है। ये बिलकुल गलत है, ये तत्थों के साथ गलत है। चंदखुरी में विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं। ऐसे में जब राम के जन्मस्थान को लेकर सवाल उठ सकते हैं और चर्चा कर सकते हैं तो इस मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं कर सकते हैं...

कार्यक्रम चर्चा में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, गौ सेवा के अध्यक्ष रामसुंदर दास, पुरातत्व सलाहकार अरुन शर्मा के माता कौशल्या के धाम को लेकर चल रहे संग्राम पर कई सवाल पूछे...

कौशल्या का धाम, जन्मस्थान पर संग्राम ?

'चर्चा'

जानें आखिर क्यों है कौशल्या का धाम को लेकर विवाद

भाजपा नेता अजय चंद्राकर के बयान के बाद कौशल्या धाम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि चंदखुरी नहीं है कौशल्या की जन्मस्थली, राजनीति चमकाने के लिए नया इतिहास लिख रही भूपेश बघेल की सरकार। छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में भगवान राम की मां कौशल्या देवी के मंदिर को लेकर दावा किया जा रहा है कि ये स्थान उनकी जन्मस्थली है। जिसको लेकर भाजपा ने बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बालोद जिले के पाटेश्वर धाम में निर्माणाधीन भव्य मंदिर को देवी कौशल्या की जन्मस्थली बताया जा रहा है और साथ ही बघेल सरकार इसके प्रचार और प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ रही है। लेकिन नहीं दूसरी तरफ चंदखुरी में विरोध के स्वर तेज हो चले हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, रायपुर से लगे चंद्खुरी में माता कौशल्या का मंदिर निर्माण टीसीआईएल भारत सरकार के उपक्रम द्वारा दो चरण में किया जाएगा। काम इस माह के तीसरे सप्ताह से शुरू होगा। राज्य सरकार ने इसके निर्माण को लेकर के डीपीआर को मंजूरी दे दी है। निर्माण कार्य की लागत 15.75 करोड़ रुपए होगी। निर्माण कार्य में प्राचीन मंदिर के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए कार्य किया जाएगा। सरकार की मंशा इस पूरे इलाके को तीर्थ धाम में तब्दील करने की है। 22 दिसंबर को चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए भूमिपूजन किया गया था।

अगस्त के तीसरे हफ्ते के बाद से ही चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर के जीर्णोद्धार के साथ सौंदर्यीकरण का कार्य भी शुरू किया जाएगा। आसपास के क्षेत्रों में विकास योजनाओं को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका निर्माण ऐसे समय में किया जा रहा है जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू किया जा रहा है। ऐसे समय में चंदखुरी प्रोजेक्ट को गतिशील बनाने का निर्णय छत्तीसगढ़ सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पांच अगस्त को इसकी ड्राइ्ंग डिजाइन को अंतिम रूप दिया। दो चरण में होने वाले निर्माण में पहले चरण में 6.80 करोड़ और दूसरे चरण में शेष कार्य कराया जाएगा। भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी का सौंदर्य अब पौराणिक कथाओं के नगरों जैसा ही आकर्षक होगा। प्राचीन कौशल्या मंदिर के मूल स्वरूप को यथावत रखते हुए पूरे परिसर के सौंदर्यीकरण की रूपरेखा तैयार कर ली गई है।

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