Haribhoomi INH Exclusive: E-सार्थक संवाद में संजीव कृष्णठाकुर जी महाराज के साथ चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi INH Exclusive: E-सार्थक संवाद में संजीव कृष्णठाकुर जी महाराज के साथ चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने ई-सार्थक संवाद की शुरुआत में कहा कि ई सार्थक संवाद के तहत आज हम बात कर रहे हैं। आज का दिन बहुत ही विशेष है। क्योंकि आज भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, यानी रोहिणी नक्षत्र में अर्द्धरात्रि को मथुरा में श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।

Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने ई-सार्थक संवाद की शुरुआत में कहा कि ई सार्थक संवाद के तहत आज हम बात कर रहे हैं। आज का दिन बहुत ही विशेष है। क्योंकि आज भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, यानी रोहिणी नक्षत्र में अर्द्धरात्रि को मथुरा में श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।

16 कलाओं से युक्त भगवान श्री कृष्ण के प्रकट होने का दिन है। जिसे हम सब जन्माष्टमी के तौर पर जानते हैं और मानते हैं। और साथ ही मनाते भी हैं कि कृष्ण भारत के प्रबल और मेधा के जीते जागते प्रतीक हैं। सनातन धर्म में भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण की विराटता और सर्वकालिक प्रतिष्ठा हजारों साल गुजर जाने के बाद भी श्री कृष्ण तत्व के प्रतीक असीमित केंद्र जनमानस में बने हुए हैं।

एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने जीवन के हर क्षण को मोहित और मुस्कान के साथ जी कर दिखाया। हर रूप में अपने आप को साबित किया। पिता, भाई, बेटा, प्रेमी, पति हर स्वरूप में उन्होंने जिस प्रकार से अपनी भूमिका निर्वाह किया। उन्होंने उसे मनुष्य से ऊपर उठा कर भगवत स्वरूप में प्रतिष्ठित कर दिया। ऐसे अद्भुत चरित्र पर चर्चा का दिन है। इस चर्चा का हिस्सा बनने के लिए हमारे साथ भारत के प्रसिद्ध संजीव कृष्णठाकुर जी विशेष तौर पर कार्यक्रम में जुड़ रहे हैं और इस कार्यक्रम को पूरा देखने के लिए आप इस वीडियो पर क्लिक करके देखें...

E सार्थक संवाद में संजीव कृष्णठाकुर जी महाराज के साथ पूरा देखें कार्यक्रम

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