Haribhoomi-Inh News: शिक्षा की नई तैयारी, बहुत मिलेंगे 'डिग्रीधारी' !, 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: शिक्षा की नई तैयारी, बहुत मिलेंगे डिग्रीधारी !, चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा में आज हम लीक से हटकर बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। लीक से हटकर बातचीत इसलिए कर रहे हैं।

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा में आज हम लीक से हटकर बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। लीक से हटकर बातचीत इसलिए कर रहे हैं। देश में ऐसा बहुत कुछ हो रहा है, जिस पर 8 बजे चर्चा हो सकती है। होनी चाहिए। कई न्यूज़ चैनल कर भी रहे हैं। लेकिन हम उस पर नहीं जा रहे हैं। हम जहांगीरपुरी इलाके में हुई तोड़फोड़ के संदर्भ में और उस के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर करने नहीं जा रहे हैं।

हम कांग्रेस में पिछले तीन-चार दिनों से जो कवायद चल रही है। प्रशांत किशोर के साथ उस पर भी बातचीत नहीं करने जा रहे हैं। हम बुलडोजर के संबंध में पूरे देश में जिस प्रकार का माहौल बना हुआ है। हम उस पर भी बातचीत नहीं करने जा रहे हैं। हम हिंदू मुस्लिम के संदर्भ में जिस तरह की बातचीत है। उस पर भी हम कोई बातचीत नहीं करने जा रहे हैं। हम रूस यूक्रेन के मुद्दे पर भी आज बात नहीं कर रहे हैं।

हम आज इससे इतर बात कर रहे हैं शिक्षा की नई तैयारियों को लेकर। नई शिक्षा नीति जो नए जोश के साथ अनाउंस हुई। दुर्भाग्य रहा कि जब शिक्षा नीति आई, तब कोरोना भी आया। लेकिन तब उतनी बात नई शिक्षा नीति को लेकर संदर्भ में नहीं हुई। जिस तरह की बात एक विचार वंश समाज और एक संभावनाशील देश में होनी चाहिए। लेकिन अब कोरोना से लगभग लगभग हम उभर रहे हैं।

अब नई शिक्षा नीति को इसको लेकर बात करना जरूरी हो गया है। अभी हाल ही में 2 खबरें हमारे बीच में आई हैं। एक खबर उच्च शिक्षा के संदर्भ में यह आई है कि अब क्रांतिकारी फैसला अमल में लाए जाने के लिए विश्वविद्यालय अनुसंधान केंद्र अर्थात यूजीसी के द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि अब छात्र चाहे तो एक साथ दो स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री एक साथ हासिल कर सकते हैं। कई लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। हम भी स्वागत कर सकते हैं। लेकिन इसके साथ में हमारे कुछ सवाल है। इसीलिए हमारा इस विषय को लेकर आपके बीच आना हुआ है। इसके साथ ही दूसरी खबर अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के संदर्भ में है। जिनके संदर्भ में भी एक नई किस्म की व्यवस्था स्वीकार करने की बात कही गई है। हम हिंदू विषयों पर बातचीत करेंगे। आज हमारे साथ जुड़े हुए हैं इस कार्यक्रम में....

शिक्षा की नई तैयारी, बहुत मिलेंगे 'डिग्रीधारी'!

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