Haribhoomi-Inh News: 'अग्निपथ' की 'अग्निपरीक्षा', चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम एक बार फिर बहुत ही संवेदनशील मामले पर बातचीत कर रहे हैं। जिसको लेकर इस समय पूरे देश में एक अलग माहौल बना हुआ है। हमारा आज का विषय अग्निपथ की अग्नि परीक्षा।
भारत सरकार के द्वारा लंबे चिंतन बाद भारत सेना में भर्ती के संदर्भ में सुधार की प्रतिक्रिया के लिए एक नई स्कीम लांच की गई। जिसका नाम दिया गया अग्निपथ। इसके तहत बताया गया कि हम भारतीय सेना में अब तक का सबसे बड़ा सुधार करने जा रहे हैं और सुधार के तहत की गई कार्रवाई के तहत भारतीय सेना की अभी जो औसतन तकरीबन सेवा 32 साल है कुछ सुधार के चलते अब 26 साल पर आ जाएगी। इसका अर्थ है कि हमारी सेना अब ज्यादा युवा होगी, ज्यादा उत्साहित होगी और ज्यादा कर्मठ होगी।
हम एक नई भर्ती योजना के तहत साढ़े 17 से लेकर 21 साल तक के युवाओं को भर्ती करेंगे। यह भर्ती 4 साल के लिए होगी। 4 साल के अंतर्गत 6 महीने की उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी और बाकी सब में उनकी सेवाओं का उपयोग किया जाएगा। जो 4 साल की भर्ती किए हुए लोगों में से 25 फीसदी को सेना में रखा जाएगा उनके प्रदर्शन के आधार पर और बाकी 75 फीसदी लोगों को सार्वजनिक जीवन में प्रवेश करने का अवसर दिया जाएगा। इसके तहत वह ज्यादा बेहतर तरीके से समाज में अपने आप को स्थापित कर पाएंगे और समाप्ति के बाद भी वेतन मिलेगा। यानी की सेवानिवृत्ति के बाद 4 साल के बाद उन्हें वेतन रिटायर होने पर दिया जाएगा।
उनके हाथ में 1100000 रुपए होंगे। भारत सरकार को उम्मीद थी कि इस योजना का स्वागत किया जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और अब देश भर में लाखों युवा जो लगातार सेना में भर्ती होने का सपना देख रहे थे। वह सड़क पर उतर आए हैं और सरकार की कड़ी आलोचना की जा रही है। और इसके बाद सरकार ने ताबड़तोड़ घोषणा का ऐलान किया। कई खास मेहमान हमारे साथ जुड़ रहे हैं...
'अग्निपथ' की 'अग्निपरीक्षा'
'चर्चा'
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