Haribhoomi-Inh News: कांग्रेस : ऐसे कैसे आएगी 'बहार'?, 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: कांग्रेस : ऐसे कैसे आएगी बहार?, चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम देश के सबसे पुराने दल अर्थात भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संदर्भ में है। एक बार फिर बात करेंगे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की, पिछले एक दशक पार्टी बड़े बुरे दिनों से गुजर रही है।

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम देश के सबसे पुराने दल अर्थात भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संदर्भ में है। एक बार फिर बात करेंगे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की, पिछले एक दशक पार्टी बड़े बुरे दिनों से गुजर रही है।

तमाम कोशिश के बावजूद, तमाम प्रयासों के बावजूद, हर चुनाव के बाद पिछले एक दशक से कांग्रेस कमजोर दल के रूप में उभरती आ रही है। अभी हाल ही में जब पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव सामने आए, उसके आए हुए परिणामों ने तो पार्टी की बची कुची उम्मीदों को भी धराशाई कर दिया। बड़े बड़े स्तर पर बातचीत हुई थी कि कांग्रेस को नए सिरे से कायाकल्प करने की जरूरत है। कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करने के लिए जरूरत है। कांग्रेस में नई जान फूंकने की जरूरत है। लेकिन चुनाव परिणाम को आए 20 दिन हो गए हैं।

लेकिन इस 20 दिन के दौरान भी कांग्रेस को समझना बड़ा ही मुश्किल है कि देश का इतना पुराना राजनीतिक दल, देश का इतना अनुभवी राजनीतिक दल, आखिर साबित क्या करने जा रहा है। अपने इन प्रकार की हरकतों के चलते पंजाब जहां कांग्रेस हारी नहीं, बल्कि बुरी तरह से हारी, जहां पर पार्टी सत्ता में थी। वहां पर बमुश्किल 18 सीटें कांग्रेस अपनी झोली में डाल पाई। कुल संख्या का 10 फीसदी और इसके बावजूद अब वहां पर इस बात की मारामारी है कि 18 लोगों का सरदार कौन होगा। कौन नेता प्रतिपक्ष चुना जाएगा। उत्तराखंड जहां पर दावा किया गया था कि कांग्रेस इस बार सत्ता में आने वाली है। उत्तर प्रदेश की हालत उत्तराखंड में भी पार्टी हार गई।

20 दिन हो गए ना पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष चुना, नेता प्रतिपक्ष को चुना है। नेता प्रतिपक्ष को लेकर हम इसलिए जोर दे रहे हैं क्योंकि वहां पर नई विधानसभा का सत्र शुरू हो गया और लेकिन अभी तक नेता प्रतिपक्ष को चुनाव नहीं हुआ है। नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाने के लिए व्यक्ति नहीं है, तो आज हम कार्यक्रम में इसी बात पर चर्चा करेंगे कांग्रेस : ऐसे कैसे आएगी 'बहार। इस चर्चा का हिस्सा बनने के लिए कई मेहमान हमारे साथ जुड़े हुए हैं.....

कांग्रेस : ऐसे कैसे आएगी 'बहार'?

'चर्चा'

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