Haribhoomi-Inh News: फिर महंगाई मार गई! और , ड्रैगन' की चाल, 'गांवों' का जाल ? 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, आज हम दो विषयों पर चर्चा कर रहे हैं। एक देश की आंतरिक मामले से जुड़ा है और दूसरे देश की सुरक्षा से जुड़ा है। 5 राज्यों के विधानसबा चुनाव खत्म हो चुके हैं।
चुनाव से पहले ही कहा जा रहा था कि जब चुनाव खत्म होंगे तो दुनिया में जो उथल पुथल चल रही है और चुनाव खत्म होते ही महंगाई बढ़ जाएगी। यूक्रेन रूस में युद्ध चल रहा था, क्रूड ऑयल के रेट बढ़ रहे थे। लेकिन जो कंपनियां कहती हैं कि हम तो बाजार भाव के मुताबिक अपने रेट बदलते हैं वह 150 दिनों तक कोई दाम नहीं बढ़ाए। लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हुए और सरकार गठन होती रही तो इसके बाद महंगाई बढ़ने का सिलसिला चालू हो गया। सिर्फ तेल ही नहीं बाकी चीजों के भी दाम बढ़ रहे हैं। कुल मिलाकर कीमतें हर क्षेत्र में बढ़ रही हैं। लेकिन इसके मुकाबले में आमदनी नहीं बढ़ रही है। इसी पर हम बात करेंगे।
फिर महंगाई मार गई!
'चर्चा'
दूसरा ओर हम बात कर रहे हैं बहुत ही संजीदा विषय है। ड्रैगन' की चाल, 'गांवों' का जाल ? इसका संदर्भ है अरुणाचल प्रदेश, जिस पर चीन भी अपना कब्जा जताता है। चीन इसे जगनान नाम से बुलाता है। ये बताने की कोशिश करता है कि चीन में जो चीनी साम्राज्य रहा है। उसका हिस्सा हुआ करता था। जबकि भारत इसे अपना क्षेत्र कहता है। भारत के साथ सीमा विवाद में बढ़त बनाने के लिए चीन के द्वारा 624 गांवों को बसा दिया है। हिमालय की गोद में बने इन गांवों को चीन ने विवादित सीमा के अंदर या कब्जे वाले इलाकों में बसाया है। चीन ने इन सैन्यीकृत गांवों का निर्माण भी किया है। चीनी सरकार ने अपने दस्तावेज में खुलासा किया था कि कुल 624 गांवों का निर्माण किया है। हम यहां समझने की कोशिश करेंगे कि आखिर इन चीनी गांवों को बसाने की चीन की चुनौती भारत के लिए कहा है....
ड्रैगन' की चाल, 'गांवों' का जाल ?
'चर्चा'
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS