Haribhoomi-Inh News: 'जन्नत' फिर 'लाल' भरोसे का सवाल ?, प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: जन्नत फिर लाल भरोसे का सवाल ?, प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम बात करने वाले हैं देश के गौरव समझे वाले प्रदेश के बारे में, जिसे हमारा ताज भी कहा जाता है। हिंदुस्तान का मुख्य ताज अर्थात कश्मीर। कश्मीर के संदर्भ में आज हमारा विषय कोई ज्यादा सुखद नहीं है। 'जन्नत' फिर 'लाल' भरोसे का सवाल ?

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम बात करने वाले हैं देश के गौरव समझे वाले प्रदेश के बारे में, जिसे हमारा ताज भी कहा जाता है। हिंदुस्तान का मुख्य ताज अर्थात कश्मीर। कश्मीर के संदर्भ में आज हमारा विषय कोई ज्यादा सुखद नहीं है। 'जन्नत' फिर 'लाल' भरोसे का सवाल ?

संदर्भ यह है कि जिस कश्मीर के संदर्भ में इस देश के स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आए राजनीतिक दल अर्थात भारतीय जनता पार्टी एक विशेष फैसला तकरीबन 30 साल पहले ले लिया था. जिसमें धारा 370 के तमाम प्रावधानों को खत्म किया गया था। उस समय यह दावा किया गया था कि यह प्रावधान ही खत्म नहीं हो रहा है, बल्कि कश्मीर की समस्या को भी खत्म किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ववर्ती संगठन मतलब जनसंघ के वक्त से ही मांग रही कि कश्मीर की समस्या के मूल में धारा 370 हटाना है। देश को उन्होंने अपनी मेहनत, अपने परिश्रम, अपने पराक्रम से एहसास कराया कि वह जो कह रहे हैं वह सही है। देश ने इसका ऐतबार भी किया। इसीलिए अगस्त में धारा 370 के संदर्भ में तमाम प्रावधानों को खत्म करने का निर्णय संसद के माध्यम से लिया गया।

30 एक राय होकर इस फैसले के साथ नजर आया और इस उम्मीद के साथ भी था कि अब कश्मीर में वापस रौनक लौटेगी। भरोसा लौटेगा और पिछले 3 दशकों से पंडित अपनी जमीन से महरूम है। अपने घरों में वह वापस लौट सके। 3 साल होने को आए वह भरोसा टूटता हुआ नजर आ रहा है। महसूस इसलिए हो रहा है, एक बार फिर आतंकी घटनाएं घाटी में पैर पसार रहे हैं। एक बार फिर कश्मीरी पंडितों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। अभी हाल ही में राहुल भट्ट नाम के एक क्लर्क की आतंकवादियों ने ऑफिस में घुसकर हत्या कर दी। इस मामले के बाद कई जगह प्रदर्शन हुए। इसी मुद्दे को लेकर हम आज अपने कार्यक्रम में चर्चा कर रहे हैं.... कई खास मेहमान हमारे साथ कार्यक्रम में जुड़े हुए हैं.....

'जन्नत' फिर 'लाल' भरोसे का सवाल ?

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