Haribhoomi-Inh News: आस्था का अपमान अभिव्यक्ति बेलगाम!, चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम विवादित विषय को हिस्सा बनाए हुए हैं।

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम विवादित विषय को हिस्सा बनाए हुए हैं। यह विवादित विषय इस चर्चा में हमने लिया है कि आस्था का अपमान, अभियुक्ति की आजादी। इस वक्त देश में दो तरह का ध्रुवीकरण हो रहा है। एक वर्ग यह है जो बताता है कि देश में संविधान है, एक कानून है और इस कानून और संविधान के तहत इस देश के नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी है। जब अभिव्यक्ति की आजादी उसमें है तो हम जो चाहे बोल सकते हैं, जो चाहे कह सकते हैं और उस पर अंकुश लगाने वाले आप कौन होते हैं।

वहीं दूसरी तरफ एक वर्ग है, जो आस्था के संदर्भ में आग्रह है कि वह कहता है कि अभिव्यक्ति की आजादी है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आप मेरी आस्थाओं को निशाना बनाए, मेरी आस्थाओं को चोट पहुंचाए। ताजा मामला जो है एक फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री का है। उस पोस्टर से लोग भड़क इसलिए गए जो पोस्टर था वह मां काली का था। मां काली लेकिन उसमें भक्तिभाव में नहीं है। सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है और साथ-साथ उनके हाथ में एक पोस्टर है जो लेस्बियन के समर्थन में है।

मां काली हिंदू धर्म के अंतर्गत लाखों-करोड़ों के लिए आराध्य हैं। जो पूजनीय है, वंदनीय हैं। उनके संदर्भ में इस तरह की छवि के साथ ट्वीट करते हैं और यह चाहते हैं कि इसे व्यक्तिगत आजादी के तौर पर स्वीकार करें। स्वीकार करें। जिसमें एक टीवी डिबेट के दौरान एक मजहब के संदर्भ में उस धर्म की किताब में लिखी बात को भी कह देता है, विवाद का विषय बन जाता है। उसके सिर कलम करने के संदर्भ में बातें कहीं जाती हैं।

देश का सर्वोच्च न्यायालय खराब माहौल के लिए आप जिम्मेदार हैं। उस देश में कुछ लोग चाहते हैं कि वह हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के संदर्भ में किसी प्रकार का चित्र प्रस्तुत करें और उसे स्वीकार करना चाहिए। आपत्ति करने वालों में कई लोग शामिल हैं। लेकिन अब वर्तमान में जो घटनाक्रम हुआ है। वह ज्यादा तनाव पैदा कर रहा है। महुआ मोइत्रा एक नाम था, जिसने इसके समर्थन में आवाज उठाई। लोग भड़क गए उनकी पार्टी अब उनके बयान के खिलाफ चली गई है। दूसरा तरफ स्वरा भास्कर का है। वह भी साथ में खड़ी हुई है, तो लोगों ने उनके भी बयान का बाय कट कर दिया। इतना विवाद इतना तनाव होने के बाद भी कुछ चैन नहीं पड़ा तो फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई ने आज सुबह ट्वीट किया और पिछली बार ट्वीट में काली थी और इस बार भगवान शंकर पार्वती की वेशभूषा पहने हुए दो कलाकारों के साथ धुंआ निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। कहा कि आजादी है हिंदुस्तान क्या बना दिया है हमने हेट स्पीच का स्थान बना कर रख दिया है। यह फिल्म कलाकार है, अभिनय के माध्यम से क्या करते हैं कमाल है और आज का हमारा विषय भी यहीं है, कई खास मेहमान हमारे साथ जुड़े हुए हैं...

आस्था का अपमान अभिव्यक्ति बेलगाम !

'चर्चा'

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