Haribhoomi-Inh News: प्रियंका के 'चेहरे' से मिलेगा 'पावर' ? और 2022 उत्तराखंड, सियासत अखंड ! 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: प्रियंका के चेहरे से मिलेगा पावर ? और 2022 उत्तराखंड, सियासत अखंड ! चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, आज हम एक ही कार्यक्रम में दो राज्य के दो विषय पर चर्चा करेंगे।

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, आज हम एक ही कार्यक्रम में दो राज्य के दो विषय पर चर्चा करेंगे। एक तरफ है कांग्रेस के द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र। कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मिलकर इस घोषणापत्र को जारी किया। इसमें तमाम तरह के वादे भी किए गए हैं।

बताया गया है कि अगर उत्तर प्रदेश की जनता कांग्रेस को इस विधानसभा चुनाव में चुनती है। तो क्या उत्तर प्रदेश की तस्वीर कांग्रेस बदल सकती है। लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा पत्र के बारे में जानकारी दी गई। लेकिन वहीं घोषणापत्र के दौरान एक सवाल कर दिया गया कि आखिर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से सीएम कौन होगा और जिस पर प्रियंका गांधी ने जवाब दिया कि मेरे सिवाए कोई और चेहरा दिखता है क्या.... और इस एक बयान पर पूरे दिन भर मीडिया में हलचल रही। उत्तर प्रदेश की सियासत में एक सवाल खड़ा हो गया है कि क्या प्रियंका गांधी का चेहरा उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार किया जाएगा या नहीं और क्या उनका यह जवाब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को अपनी खोई हुई जमीन दिलाने में कामयाब होगा। इस पर हम बातचीत करेंगे। हम इस खास कार्यक्रम में चर्चा करेंगे.... कई मेहमान इस कार्यक्रम में हमारे साथ जुड़े हुए हैं....

प्रियंका के 'चेहरे' से मिलेगा 'पावर' ?

'चर्चा'

वहीं दूसरी तरफ दूसरे चरण पर हम बात कर रहे हैं.... उत्तराखंड के संदर्भ में जहां 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने करीब करिश्माई जीत हासिल की थी। कुल 70 विधानसभा सीटों वाला उत्तराखंड राज्य जहां 57 सीटें भाजपा की झोली में आई थी। वह भाजपा इस समय हाफती हुई क्यों नजर आ रही है। भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी की उस सूची में तमाम कद्दावर नेताओं के टिकट काट दे गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रहे हरक सिंह रावत भी आखिरकार क्यों कांग्रेस में चले गए और उनको सदस्य भी हरीश रावत ने दिलवाई। इस मामले पर आज हम बातचीत कर रहे हैं। हम इस खास कार्यक्रम में चर्चा करेंगे.... कई मेहमान इस कार्यक्रम में हमारे साथ जुड़े हुए हैं....

Assembly Elections 2022 उत्तराखंड, सियासत अखंड !

'चर्चा'

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