Haribhoomi-Inh News: मजहबी जुनून ठेंगे पर कानून!, चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत हम चाहते तो एक बार फिर राजनीति को केंद्र में रख कर बात कर सकते थे।

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत हम चाहते तो एक बार फिर राजनीति को केंद्र में रख कर बात कर सकते थे। शिवसेना के दागी एकनाथ शिंदे नेतृत्व में आज वहां विश्वास मत पास कर लिया। लेकिन सियासी मसलों से ज्यादा महत्वपूर्ण इस वक्त एक सामाजिक मामला है। देश इस वक्त एक तनाव के माहौल से गुजर रहा है। साफ तौर पर दिख रहा है समाज के बीच में विभिन्न धर्मों के बीच खाई बढ़ रही है। इस खाई का बढ़ना राजनीतिक कारणों से है या सामाजिक कारणों से यह भी विचार का कारण है।

लेकिन अपनी तरफ से इस खाई को बढ़ाने के लिए सभी लोग योगदान दे रहे हैं। बात सब अच्छी-अच्छी करते हैं। बताना चाहते हैं कि हम तो सबके साथ हैं, सबके विश्वास के साथ, सबके साथ विकास, हमारी पार्टी तो सवा सौ साल से लोगों को जोड़ती आई है। यह पार्टी खराब है, वह पार्टी खराब है। दूसरी पार्टी बताती है कि इस पार्टी ने सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति की है।

सबको साथ लेने की बात तो हम लोगों ने की है। कोई भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहा है, तो कोई तो इसलिए यात्रा निकालने की बात कर रहा है और इन सब के बीच में लोगों के बीच में एक दूसरे के संबंधों को टूटते हुए देखा जा रहा है। यह पूरा जो टूटना है। यह मजहबी कारणों से है। धार्मिक कारणों से है। कुल मिलाकर दूरियां साफ तौर से दिखाई दे रही है और इसलिए हमारा आज का विषय इसी पर केंद्रित है। मजहबी जुनून ठेंगे पर कानून!

संदर्भ यह है कि कन्हैया लाल की हत्या हुई उदयपुर में कारण था। नूपुर शर्मा के द्वारा बयान का समर्थन करना। नूपुर शर्मा का बयान ही सिर्फ एक कारण था या फिर यह पूरा मामला जिसकी वजह से खराब हो गया। लेकिन नूपुर शर्मा का बयान तो बमुश्किल 20 दिन पहले आया था। लेकिन यहां पर तो दंगों की शक्ल में तमाम तरह की हिंसक गतिविधियों के सिलसिले में रामनवमी से चला उस वक्त इस तरह कोई बयान नहीं था। लेकिन रामनवमी जुलूस क्या निकला खरगांव से लेकर पश्चिम बंगाल तक जिस प्रकार की हिंसक घटनाएं हुई। उसको भी हमने देखा और उसके बाद से लगातार चल रहा है और उदयपुर की घटना के बाद भी घटनाएं सामने आ रही हैं। छत्तीसगढ़ में एक शख्स को धमकी दी गई, तो वहीं मुंबई में रहने वाली एक एक्ट्रेस को भी धमकी दी गई, देश में धमकियों का दौर जारी है। इसी मुद्दे पर चर्चा करेंगे, कई खास मेहमान हमारे साथ जुड़े हुए हैं...

मजहबी जुनून ठेंगे पर कानून!

'चर्चा'

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