Haribhoomi-Inh News:'चर्चा' में देखिए दो विषयों पर संवाद!, प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News:चर्चा में देखिए दो विषयों पर संवाद!, प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम दो विषय पर बात करने वाले हैं। चर्चा के तहत आज हम जिन दो विषयों पर बातचीत करेंगे, दोनों ही विषय देश के संदर्भ में हैं, एक राज्यों से जुड़ा है और दूसरा अंतरराष्ट्रीय स्तर से जुड़ा हुआ है।

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हम दो विषय पर बात करने वाले हैं। चर्चा के तहत आज हम जिन दो विषयों पर बातचीत करेंगे, दोनों ही विषय देश के संदर्भ में हैं, एक राज्यों से जुड़ा है और दूसरा अंतरराष्ट्रीय स्तर से जुड़ा हुआ है।

पहली बातचीत हम कर रहे हैं सिस्टम के तमाशे पर है। जिस तरह से आज तीन राज्यों की पुलिस एक दूसरे के खिलाफ काम करती हुई नजर आई। उसके चलते यह जहन में एक सवाल आ रहा है कि क्या वाकई में ही संविधान निर्माताओं ने संविधान ठीक-ठाक बनाकर हमारे हाथ में सौंपा था। क्या कुछ सिस्टम के अंतर्गत हुआ, केजरीवाल पर टिप्पणी के मामले पर पंजाब पुलिस ने जिस तरह की कार्रवाई दिल्ली में आकर की और उसकी प्रतिक्रिया में जिस प्रकार से दिल्ली पुलिस में पंजाब पुलिस के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया और अपराधी के तौर पर भाजपा नेता पंजाब ले जा रही पुलिस को हरियाणा की पुलिस ने जिस तरीके से बीच रास्ते में रोक दिया। अपने आप में एक सवाल उठा रहा है क्या आखिर हो क्या रहा है देश के अंदर। सबसे पहले चरण में हमारी बातचीत पंजाब को लेकर मचे घमासान पर दिल्ली की कार्रवाई और हरियाणा के कुरुक्षेत्र चर्चा में है। कई मेहमान हमारे साथ जुड़े हुए हैं...

सियासत का मंच, सिस्टम का तमाशा!

'चर्चा'

और अब हम दूसरे चरण में बातचीत डब्ल्यूएचओ के द्वारा किए गए इस दावे के संदर्भ में है। जिसमें उसने तमाम देशों के संदर्भ में आंकड़े जारी किए हैं। यह बताया कि यह जो मौतों के संदर्भ में आंकड़े कोरोना से जुड़े दिए जा रहे हैं। उससे कहीं ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और भारत के संदर्भ में यह आंकड़ा चौंकाने वाला है। भारत सरकार ने कोरोना के आंकड़े जारी करते हुए दावा किया गया है कि 5,00,000 मौतें कोराना के कारण हुई हैं। लेकिन इसके विपरीत डब्ल्यूएचओ का कहना है कि मौतों की संख्या 47 लाख से ज्यादा है। इस पर बातचीत करेंगे। इस विषय पर चर्चा के लिए हमारे साथ मेहमान जुड़े हुए हैं....

त्रासदी से इनकार नहीं, आंकड़ों पर ऐतबार नहीं?

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