Haribhoomi-Inh News: 'भारत-चीन' पड़ोसी खराब, जरुरी है जवाब ? 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: भारत-चीन पड़ोसी खराब, जरुरी है जवाब ? चर्चा प्रधान संपादक  डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
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Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज का विषय बेहद संजीदा है, विशेष संजीदा इसलिए है पिछले 70-72 सालों से आजादी के बाद से ही यह सवाल हमें परेशान करता रहा है कि तमाम कोशिशें, दोस्ती के तौर पर तमाम दावे दोनों पक्षों से किए जाते हैं। लेकिन हर 2-5 साल में कुछ ऐसा घटित होता है कि दोस्ती पर सवाल खड़े हो जाते हैं अपने आप ही दुनिया के स्तर पर खड़े हो जाते हैं।

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज का विषय बेहद संजीदा है, विशेष संजीदा इसलिए है पिछले 70-72 सालों से आजादी के बाद से ही यह सवाल हमें परेशान करता रहा है कि तमाम कोशिशें, दोस्ती के तौर पर तमाम दावे दोनों पक्षों से किए जाते हैं। लेकिन हर 2-5 साल में कुछ ऐसा घटित होता है कि दोस्ती पर सवाल खड़े हो जाते हैं अपने आप ही दुनिया के स्तर पर खड़े हो जाते हैं।

'भारत-चीन' पड़ोसी खराब, जरुरी है जवाब ? संदर्भ यह है कि पिछले 2 साल से लगातार चीन के स्तर पर भारत की सीमा में घुसकर घुसपैठ की खबरें अब एक आम खबर बन कर रह जा रही हैं। हर दो-चार महीने में कुछ ना कुछ ऐसा घटित होता है, जिससे यह जाहिर होता है कि भारत की संप्रभुता के साथ चीन के द्वारा खिलवाड़ की कोई ना कोई कोशिश होती रहती हैं और भारतीय सीमा के किसी ना किसी इलाके में घुसपैठ की जा रही है। पिछले 5 साल में भारत सरकार के द्वारा यह कोशिश की जा रही थी कि चीन के साथ संबंधों में सुधार लाए जाएं। यह दावे विभिन्न स्तर पर किए जा रहे हैं।

भारत अब वो पुराना भारत नहीं रहा, चीन भी अब वह पुराना चीन नहीं रहा। बदलते वक्त के साथ संबंध में आकार ले रहे। नए आयाम बन रहे हैं। लेकिन वक्त गुजरने के साथ पूरी कोशिशों का कोई सकारात्मक परिणाम देखने को नहीं मिल रहा। बदलते दौर में भारत की विदेश नीति को लेकर जो एक समीकरण के तौर पर भारत के सामने देखने में आ रहा है। कल तक अमेरिका का हमकदम माना हुआ पाकिस्तान इस समय चीन के साथ कदम से कदम मिला रहा है और भारत के निकटता अमेरिका के साथ दिख रही है। क्या अमेरिका के साथ बढ़ते कदम एक बड़ी वजह है।

आज इस विषय पर इसलिए चर्चा कर रहे हैं... भारत के सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवाणे पिछले दिनों लद्दाख के दौरे पर गए। उन्होंने बताया कि बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती चीनी सैनिकों की चीन के द्वारा की जा रही है। बड़े-बड़े स्तर पर स्ट्रक्चर तैयार हो रहे हैं। जो भारत के लिए एक बड़ा चिंता का विषय है। भारत भी इसके एक तैयारी कर रहा है और एक बड़ी खबर है कि भारत में अपनी एक सबसे प्रभावशाली K9-वज्र तोप की तैनाती कर दी है। चीन की सीमा पर तैनात कर दी हैं। आखिर क्या कुछ ऐसे हालात बन रहे हैं। जिसके चलते दोनों पक्ष सीमा पर साजो सामान और ताकत का इजहार करने के लिए इस कदर काम कर रहे हैं। हमारे साथ कार्यक्रम में कई मेहमान जुड़े हुए हैं....

'भारत-चीन' पड़ोसी खराब, जरुरी है जवाब ?

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