पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण से सवाल- लगातार हार का ठीकरा ईवीएम पर क्यों, जानें क्या दिया जवाब

शिशिर सोनी।
राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर में कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर (Chintan Shivir) रविवार को समाप्त हो गया है। इसके बाद खबर सामने आई है कि कांग्रेस पार्टी अब देश भर में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (Electronic Voting Machines- ईवीएम) से चुनाव करने की प्रक्रिया का विरोध करेगी। कांग्रेस पार्टी ( Congress party) के दिग्गज नेताओं का कहना है कि चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए, उसकी पैरवी अन्य साथी दलों के साथ मिलकर चुनाव आयोग पर दबाव बनाएगी।
हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने समूह के चैनेल जनता टीवी और आईएनएच 24x7 न्यूज चैनल पर जैसे ही रविवार की सुबह कमलनाथ के हवाले से खबर ब्रेक कि कैसे मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने प्रेजेंटेशन देकर राजनीतिक मामलों की समिति में इस बात को जमकर उठाया कि ईवीएम से चुनाव न हो, वोटिंग न हो इसकी व्यवस्था होनी चाहिए। उनके इस बयान से उदयपुर में कांग्रेस पार्टी के नव चिंतन शिविर में हड़कंप मच गया। कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को स्थिति साफ करने लिए पत्रकारों के समक्ष भेजा। इसके बाद जनता टीवी, आईएनएच 24x7 न्यूज चैनल की ब्रेकिंग खबर उसके कुछ ही समय बाद सभी नेशनल चैनेलों की प्रमुख खबर बन गई।
पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने हरिभूमि के सवालों के जवाब दिए
सवाल- लगातार हार का ठीकरा फिर ईवीएम पर क्यों?
जवाब- पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने इस सवाल का बड़े ही शालीनता के साथ जवाब देते हुए कहा, ऐसा नहीं है। हार का ठीकरा नहीं। कुछ साथियों की तरफ से ये मुद्दा उठा कि भारतीय जनता पार्टी इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ करके चुनाव जीत रही है। हमें चुनाव की पुरानी पद्धति की तरफ लौटना चाहिए। इसमें गलत क्या है?
सवाल- इसमें गलत कुछ भी नहीं लेकिन ये मामला तो साल 2017 के चिंतन शिविर की अनुशंसा में एक था कि बैलेट से चुनाव की मांग होनी चाहिए, तो उस दिशा में आज तक किया काम हुए?
जवाब- बात सही है। लेकिन हमारी इस दिशा में सोच बराबर एकरूपता वाली रही है। लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव, चुनावी प्रक्रिया पर देश के प्रमुख दलों के बीच यदि शंका हो तो उसका निराकरण होना जरूरी है।
सवाल- चुनाव आयोग ने लगातार बुलाया। आयोग ने हैकिंग का दावा करने वालों से कहा- ईवीएम सार्वजनिक रूप से हैक करके दिखाओ। अब कैसे निराकरण हो सकता है?
जवाब- पूर्व सीएम ने कहा, देखिए ये एक प्रौद्योगिक (तकनीकी) विषय है। इसकी डिटेल में जाने से बेहतर है चुनाव आयोग बैलेट से चुनाव कराए।
सवाल- बैलेट की लूट ईवीएम से रुकी मगर अब ईवीएम हैकिंग का संदेह है?
जवाब- पूर्व सीएम ने कहा- हमारा मानना है कि चुनाव की प्रक्रिया में शामिल राजनीतिक दलों का भरोसा चुनाव की जिस पद्धति में हो चुनाव आयोग को उसी पर विचार करना चाहिए।
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