'यह तो हमारी शालीनता थी', राहुल गांधी के ट्वीट पर भड़के हिमंत बिस्वा सरमा, बोले- अदालत में मिलते हैं

यह तो हमारी शालीनता थी, राहुल गांधी के ट्वीट पर भड़के हिमंत बिस्वा सरमा, बोले- अदालत में मिलते हैं
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर अडानी मामले पर जोरदार हमला बोला। इसके साथ ही राहुल गांधी ने पुराने कांग्रेसी नेताओं पर भी निशाना साधा है। वहीं, हेमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर अडानी मामले पर जोरदार हमला बोला। इसके साथ ही राहुल गांधी ने पुराने कांग्रेसी नेताओं पर भी निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर पर ग्राफिक्स पोस्ट करते हुए अडानी को मंत्रमुग्ध करने के लिए हेमंत बिस्वा सरमा सहित कांग्रेस के पांच दलबदलुओं का नाम दिया है। वहीं, हिमंत ने राहुल के ट्वीट का जवाब दिया है। उन्होंने मुकदमा दर्ज करने के संकेत देते हुए कहा कि वे कोर्ट में मिलेंगे।

हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि यह हमारी शालीनता थी कि हमने आपसे कभी भी नहीं पूछा कि आपने बोफोर्स और नेशनल हेराल्ड घोटाले की अपराध वाली कमाई को कहां पर छिपाया है। इसके साथ ही सीएम ने आगे लिखा कि आपने ओटावियो क्वात्रोची को कैसे अनुमति दी कि कई बार भारतीय न्याय के शिकंजे से बच निकला। उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं, हम अदालत में मिलते हैं।

बता दें कि राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक वर्ड पजल शेयर किया था, जिसमें उन्होंने एक बार फिर अडानी मुद्दे को उठाया था। इस फोटो में अडानी लिखा था और उसके इर्द-गिर्द गुलाम, सिंधिया, किरन, हिमंत और अनिल के नाम लिखे थे। जो कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं। वहीं, इन नेताओं में अधिकतर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। राहुल गांधी ने यह ट्वीट करते हुए लिखा कि सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज भटकाते हैं। सवाल वही है - अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये बेनामी पैसे किसके हैं।

गौरतलब है कि अडानी मामले में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से ही कांग्रेस हमलावर है। इस मामले में विपक्षी पार्टियां बजट सत्र के दौरान जेपीसी की मांग पर अड़ा रहा, लेकिन विपक्ष का ही हिस्सा शरद पवार ने इससे किनारा कर लिया है। इससे पहले राहुल गांधी ने पिछले महीने एक प्रेस वार्ता में कहा था कि समझें कि मैं अयोग्य हूं, क्योंकि पीएम अडानी पर मेरे अगले भाषण से डरे हुए हैं। उन्हें मेरा भाषण नहीं चाहिए। अडानी और मोदी के बीच गहरा रिश्ता है।

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