Hindi Diwas 2020: हिंदी को भारत की राजभाषा बनाने में राजेंद्र सिंह ने दिया था अहम योगदान, जानें इनके बारे में

Hindi Diwas 2020: हिंदी को भारत की राजभाषा बनाने में राजेंद्र सिंह ने दिया था अहम योगदान, जानें इनके बारे में
X
Hindi Diwas 2020: भारत में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। वैसे हिंदी दिवस की शुरूआत 14 सितंबर 1949 से हुई थी। तब जब भारत की संविधान सभा ने देवनागरी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया था।

Hindi Diwas 2020: भारत में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। वैसे हिंदी दिवस की शुरूआत 14 सितंबर 1949 से हुई थी। तब जब भारत की संविधान सभा ने देवनागरी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया था। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान में अपनाया गया। तब इसे हिंदी दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया।

गांधी जी ने हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने पर दिया था जोर

हिंदी को भारत की राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी ने लगातार कई अभियान चलाए। लेकिन सहित्यकार राजेंद्र सिंह ने हिंदी को राजभाषा बनाने के लिए लगातार काम किया। कहते हैं कि साल 1918 में महात्मा गांधी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने पर जोर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि हिंदी हमारा सम्मान भी है और हमारी पहचान भी।

लेकिन हिंदी को राजभाषा बनाने में कई हस्तियों ने अपना योगदान दिया। लेकिन हिन्दी के मूर्धन्य साहित्यकार राजेंद्र सिंह का अहम योगदान माना जाता है। राजेंद्र सिंह का जन्म 14 सितम्बर 1900 को हुआ और 14 सितंबर को ही हिंदी को राजभाषा का दर्ज मिला था। उनके बारे में ज्यादा जानकारी तो नहीं है। लेकिन वो जबलपुर के रहने वाले थे और वहीं से राष्ट्रवादी मॉडल हाई स्कूल से पढ़ाई की थी। उसके बाद साल 1916 में उनका विवाह लखनऊ से हुआ। कहते हैं कि उनकी पत्नी राजरानी देवी का जन्म अवध रियासत के कुलीन अभिजात्य दयाल वंश में हुआ था।

सिंह को कई भाषाओं का ज्ञान था जैसे संस्कृत, बांग्ला, मराठी, गुजराती, मलयालम, उर्दू, अंग्रेज़ी आदि। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हिंदी को ही राष्ट्रभाषा बनाने के लिए काम किया और एक लंबा संघर्ष उनके नाम है। इसके चलते उन्होंने दक्षिण भारत की कई यात्राएं भी कीं और लोगों को मनाया भी था।

दुनिया में चौथे नंबर पर आती है हिंदी

एक जानकारी के मुताबिक, जब मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में महात्मा गांधी की प्रेरणा से 1910 में हिंदी साहित्य की समिति बनी, तो 2010 में इसके 100 साल पूरे होने सम्मेलन का आयोजन किया गया था। बता दें कि हिंदी दुनिया की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। अंग्रेजी, स्पेनिश और मंदारिन के बाद इसका स्थान आता है। हिंदी दिवस के मौके पर कई जगहों पर हिंदी के कार्यक्रम किए जाते हैं। राष्ट्रपति के द्वारा हिंदी भाषा को राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

Tags

Next Story