Kabul Serial Blast के लिए जिम्मेदार ISIS-K से इन देशों को खतरा, जम्मू-कश्मीर में भी मिल चुके इस आतंकी नेटवर्क के सबूत

अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट के पास सिलसिलेवार आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी लेने वाले ISIS-K से भारत, पाकिस्तान समेत कई देशों को खतरा है। इस संगठन को ISIL-K, ISK, ISISK, ISKP, ISIS-K or Daesh-Khorasan के नाम से भी जाना जाता है। ISIS-K के काबुल एयरपोर्ट पर किए सिलसिलेवार आत्मघाती हमलों में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 80 लोगों की जान चली गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि भारत को इस आतंकी संगठन (इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविन्स) से कितना खतरा है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने ISIS-K के बढ़ती सक्रियता को लेकर पहले ही चिंता जता दी थी। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 19 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की उच्च स्तरीय बैठक (High Level Meeting) में कहा था कि हमारे पड़ोस में आईएसआईएल खुरासन (ISIL Khurasan) और एक्टिव हो गया है। यह लगातार अपने विस्तार की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में घटित घटनाओं ने स्वाभाविक रूप से वैश्विक चिंताओं को बढ़ा दिया है। आतंकवाद से भारत को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। 'आतंकवादी गतिविधियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरों' विषय पर बोलते हुए एस जयशंकर ने प्रतिबंधित हक्कानी नेटवर्क की बढ़ती गतिविधियां के साथ ही जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की ओर से की जा रही विस्तार की कोशिशों के लिए भी चिंता जताई थी और आह्वान किया था कि आतंकवाद और इसे शरण देने वालों से समझौता नहीं किया जा सकता।
In our own immediate neighborhood, ISIL-Khorasan (ISIL-K) has become more energetic & is constantly seeking to expand its footprint. Events unfolding in Afghanistan have naturally enhanced global concerns about their implications for both regional and international security: EAM pic.twitter.com/4gF8mTolwz
— ANI (@ANI) August 19, 2021
जम्मू-कश्मीर में पैठ बढ़ाने की कोशिश
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ISKP की जम्मू-कश्मीर में भी पैठ के सबूत मिल चुके हैं। यहां से खुरासान मॉड्यूल से जुड़े कुछ संदिग्ध अरेस्ट किए गए थे। इस मॉड्यूल का बेस पाकिस्तान-अफगान सीमा के अलावा उत्तर-पूर्वी ईरान, दक्षिणी तुर्कमेनिस्तान और उत्तरी अफगानिस्तान में स्थित है। भारत में यह आतंकी संगठन मध्य प्रदेश में ट्रेन ब्लास्ट करने की कोशिश कर चुका है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद भी इस आतंकी संगठन का नाम चर्चा में आया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक यह आतंकी संगठन भारत में गजवा-ए-हिंद एजेंडे के तहत नेटवर्क बढ़ाने की कोशिश में लगा है।
तालिबान और आईएस में कट्टर दुश्मनी
आईएसआईएस और तालिबान एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं। आईएसआईएस में तालिबान से त्रस्त लड़ाकों के साथ ही पाकिस्तान के लड़ाके जुड़े हैं। अफगानिस्तान के काबुल में हुए सिलसिलेवार आत्मघाती हमलों के बाद अंदेशा हो गया है कि यहां के हालात और ज्यादा बिगड़ने वाले हैं। ऐसे में भारत समेत तमाम देश जल्द से जल्द अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की कोशिशों में जुट गए हैं।
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