देश में कोयला का आयात होगा शून्य, छह लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे

स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और चन्द्रशेखर आज़ाद की जयंती के उपलक्ष्य में केंद्रीय कोयला मंत्रालय द्वारा चलाए गये वृक्षारोपण अभियान के तहत देश के कोयला और लग्निाइट भंडार वाले 10 राज्यों के 38 जिलों में 130 से अधिक स्थानों छह लाख वृक्ष लगाएगा। इस वृक्षारोपण का शुभारंभ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी की उपस्थिति में कोयला मंत्रालय के ह्यवृक्षारोपण अभियान-2020ह्ण के तहत देश में 6 इको पार्क और पर्यटन स्थलों का उद्घाटन करते हुए कोयला व लग्निाइट भंडार वाले 10 राज्यों के 38 जिलों में 130 से अधिक स्थानों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस अभियान का शुभारंभ किया। कोयला मंत्रालय का इन 130 जगहों पर 6 लाख वृक्ष लगाने का लक्ष्य है।
इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि प्रकृति का दोहन हो, शोषण नहीं। शाश्वत सत्य यह है कि वृ़क्षों से जीवनदायिनी ऑक्सीजन मिलती है। वृक्षों से कार्बन की मात्र कम होने में मदद मिलती है, जिससे ओजोन लेयर भी सुरक्षित रहती है। शाह ने कहा कि आज कोयला क्षेत्र न केवल बढ़ते हुए घरेलू कोयले की मांग को पूरा करने के लिए तैयार है बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता के लिए भी उतना ही संवेदनशील है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार विभन्नि कोयला क्षेत्रों में रक्लिेमेशन और वनीकरण को बढ़ावा दे रहा है। अमित शाह ने कहा कि गुरुवार को जब स्वतन्त्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और चन्द्रशेखर आज़ाद की जयंती है तो इस वृक्षारोपण कार्यक्रम का महत्व जयादा बढ़ जाता है। उन्होंने कोयला मंत्रालय से आव्हान किया कि से इको पार्क और पर्यटन स्थलों को लोकमान्य तिलक और चन्द्रशेखर आज़ाद के नाम से जोडा जाए।
उन्होंने कहा कि लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक भारतीय चेतना की आत्मा थे और उनका मंत्र आजादी मेरा जन्मसद्धि अधिकार हैह्ण आज भी भारत के युवाओं को प्रेरित करता है। वहीं चंद्रशेखर आज़ाद भारत माँ के ऐसे वीर सपूत थे जो कभी झुके नहीं और उनके बलिदान ने करोड़ो युवाओं को आजादी के आंदोलन से जोड़ा है।
एक बिलियन टन कोयले का लक्ष्य
गृह मंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ईज़ आफ डूइंग बिसनेस और आत्मनर्भिरता को बढ़ावा देने की दिशा में कोयला मंत्रालय ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनर्भिर भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए भारत कोयला आयात शून्य करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अमित शाह ने कहा कि सरकार ने वर्ष 2023-24 तक एक बिलियन टन कोयला निकालने का लक्ष्य रखा है। इस मकसद से प्रधानमंत्री ने खनिज क्षेत्रों में विकास की खाई को दूर करने तथा उनके विकास हेतु डस्ट्रक्िटि मिनरल फण्ड का गठन किया है। इस फण्ड में अब तक 39 हजार करोड़ रुपये जमा हुए है, जिससे विकास के 35 हजार छोटे-छोटे प्रकल्प अब तक पूर्ण किये जा चुके है।
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