पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने IAS अधिकारी संजय पोपली और संजीव वत्स को किया गिरफ्तार, भ्रष्टाचार का लगा है आरोप

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने 2008 बैच के आईएएस अधिकारी संजय पोपली (IAS officer Sanjay Popli) को रिश्वतखोरी (Bribe) के आरोप में चंडीगढ़ (Chandigarh) से गिरफ्तार किया है। जबकि संजीव वत्स को जालंधर से गिफ्तार किया है। भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन (Anti-Corruption Helpline) पर शिकायत दर्ज होने के बाद पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने ये कार्रवाई की है। दोनों आरोपियों को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय पोपली पर आरोप है कि उन्होंने सीवरेज बोर्ड में रहते हुए 7.3 करोड़ के प्रोजेक्ट में 1 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। इसकी पहली किस्त उन्हें दे दी गई थी। हालांकि, जब उन्होंने दूसरी किश्त का दबाव डाले तो वॉइस रिकॉर्डिंग सरकार तक पहुंच गई। जिसके बाद बीती रात चंडीगढ़ से आईएएस अधिकारी संजय पोपली को गिरफ्तार कर लिया गया। पोपली इस समय पेंशन डायरेक्टर थे। रिश्वत के मामले में गिरफ्तार आज दोनों अधिकारियों को मोहाली कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ठेकेदार ने कॉल रिकॉर्ड कर सीएम की एंटी करप्शन हेल्पलाइन को भेजी
खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, ठेकेदार पर जब आईएएस अधिकारी ने दूसरी किस्त का दवाब डाला। दूसरी किस्त में आईएएस अधिकारी संजय पोपली ने ठेकेदार से तीन लाख रुपये की मांग की थी। जिससे परेशान होकर ठेकेदार ने फोन पर बात करने के दौरान कॉल रिकॉर्डिंग कर लिया। इसके बाद रिकॉर्डिंग को मुख्यमंत्री की एंटी करप्शन हेल्पलाइन को भेज दिया। शिकायत सही पाए जाने पर पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आईएएस पोपली को उनके चंडीगढ़ के सेक्टर 20 स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। उनके साथी आरोपी संजीव वाट्स को जालंधर से गिरफ्तार किया गया है।
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