आयकर विभाग की एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के घर पर छापेमारी, लगा है ये आरोप

आयकर विभाग की एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के घर पर छापेमारी, लगा है ये आरोप
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रिपोर्ट के अनुसार, आयकर विभाग के द्वारा की गई इस कार्रवाई का मकदस दोनों लोगों (चित्रा रामकृष्ण और आनंद सुब्रमण्यम) के खिलाफ टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच करना और सबूत एकत्रित करना है।

आयकर विभाग (IT) की टीम ने आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramkrishna) और ग्रुप परिचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम के मुंबई स्थित परिसरों पर छापेमारी की है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि विभाग ने टैक्स चोरी मामले में यह कार्रवाई की है। रिपोर्ट के अनुसार, आयकर विभाग के द्वारा की गई इस कार्रवाई का मकदस दोनों लोगों (चित्रा रामकृष्ण और आनंद सुब्रमण्यम) के खिलाफ टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच करना और सबूत एकत्रित करना है। ये कार्रवाई आयकर विभाग (Income Tax Department) की मुंबई जांच शाखा ने की है। बाजार नियामक सेबी ने बीते दिनों एक निर्देश जारी किया था। निर्देश के मुताबिक, चित्रा रामकृष्ण ने एक योगी (Yogi) के प्रभाव में आकर आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramaniam) को एक्सचेंज में ग्रुप परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त किया था। जिसके चलते चित्रा रामकृष्ण सुर्खियों में रहीं थी।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India) यानी सेबी ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण और अन्य पर आनंद सुब्रमण्यम की मुख्य रणनीतिक सलाहकार के तौर पर नियुक्ति और फिर ग्रुप परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के सलाहकार के तौर पर उनकी पुन नियुक्ति में नियमों के उल्लंघन (Violation) का आरोप लगाया था। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) पर 3 करोड़, रवि नारायण और सुब्रमण्यम पर 2-2 करोड़, और मुख्य नियामक अधिकारी वी आर नरसिम्हन (V R Narasimhan) पर 6 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। बता दें कि रवि नारायण एनएसई और उसके पूर्व प्रबंध निदेशक एंड मुख्य कार्यपालक अफर (अधिकारी) हैं।

सेबी ने अपने निर्देश में कहा था कि मुख्य कार्यकारी चित्रा रामकृष्ण ने योगी के साथ विभागीय खुफिया जानकारियों (departmental intelligence) को साझा किया था। जिनमें एनएसई की आर्थिक और कारोबारी योजनाएं शामिल हैं। साल 2013 में अप्रैल के महीने से 2016 में दिसंबर के महीन के बीच चित्रा रामकृष्ण एनएसई की एमडी एवं सीईओ (MD & CEO) थीं। चित्रा रामकृष्ण और आनंद सुब्रमण्यम को 3 वर्ष के लिए किसी भी बाजार ढांचागत संस्थान/सेबी के साथ रजिस्टर्ड किसी भी मध्यस्थ के साथ जुड़ने से निषिद्ध कर दिया गया। जबकि रवि नारायण (Ravi Narayan) के लिए यह पाबंदी 2 वर्ष के लिए है। सेबी ने एनएसई को चित्रा रामकृष्ण की अतिरिक्त छुट्टियों के बदले भुगतान किए गए 1.54 करोड़ रुपये और 2.83 करोड़ रुपये के बोनस को जब्त करना का आदेश दिया था। इसके साथ ही नियामक ने एनएसई को कोई भी नया उत्पाद पेश करने से 6 महीने के लिए रोक दिया है। इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने सरकार से एनएसई के कामकाज के तरीके पर श्वेत पत्र लाने की मांग की।

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