अब पाकिस्तान की खैर नहीं, जानें क्यों दीसा एयरबेस है भारत के लिए अहम, जानें इसकी खासियत

अब पाकिस्तान की खैर नहीं, जानें क्यों दीसा एयरबेस है भारत के लिए अहम, जानें इसकी खासियत
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India-Pakistan Border New Airbase: पीएम मोदी ने कहा कि अगर पश्चिम दिशा से किसी भी तरह के कोई धमकी मिलती है तो हम इसके जरिए जल्द ही अपनी प्रतिक्रिया देंगे।

गुजरात (Gujarat) के गांधीनगर (Gandhinagar) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने डिफेंस एक्सपो 2022 (Defence Expo 2022) का उद्घाटन किया। जहां पीएम मोदी ने भारतीय वायुसेना के नए एयरबेस की आधारशिला रखी। गुजरात के बनासकांठा जिले में ये नया एयरबेस पाकिस्तान की सीमा से सिर्फ 130 किलोमीटर दूर है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर पश्चिम दिशा से किसी भी तरह के कोई धमकी मिलती है तो हम इसके जरिए जल्द ही अपनी प्रतिक्रिया देंगे। दीसा एयरबेस भारत पाकिस्तान सीमा से 130 किलोमीटर दूरी पर बन रहा है।

वाजपेयी सरकार ने शुरू किया था प्रोजेक्ट-यूपीए सरकार ने लटकाया

हालांकि दीसा एयरबेस के लिए जमीन 2000 में वायपेयी सरकार के दौरान भारतीय वायुसेना के लिए आवंटित कर दी थी। लेकिन ये प्रोजेक्ट अगले 14 सालों तक यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान ठंडे बसते में पड़ा रहा। लेकिन इस प्रोजेक्ट को पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने फिर से शुरू किया। क्योंकि साल 2017 में बनासकांठा जिले में भयंकर बाढ़ आई थी। जिसके बाद इस प्रोजेक्ट को फंड जारी कर तेजी से शुरू किया गया।

पूर्व एयर चीफ ने बताई थी दीसा एयरबेस की जरुरत

जब पीएम नरेंद्र मोदी और उस वक्त की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने वायुसेना से बाढ़ प्रभावित इलाकों तक मदद पहुंचाने के बारे में पूछा तो तब तत्कालीन एयर चीफ बीएस धनोआ ने कहा कि खराब मौसम और पास में एयरफील्ड नहीं होने की वजह से मदद नहीं दी जा सकती है। उन्होंने बताया था कि अभी भी दीसा एयरबेस फाइलों में ही है।

2017 में मोदी सरकार ने जारी किया फंड

इसके तुरंत बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 हजार करोड़ रुपये का फंज जारी कर दिया। ताकि ये नया एयरबेस बन सके। अब अगले दो साल में भारतीय वायुसेना को दीसा एयरबेस मिल जाएगा। जहां एयरक्राफ्ट पॉजिशन ले सकेंगे। जबकि पीएम मोदी ने कहा कि दीसा एयरबेस वायुसेना को इस सेक्टर में तेजी से मदद पहुंचाएगा। ये नया एयरफील्ड नलिया, भुज और फलोदी एयरबेस के अंतर को खत्म कर देगा।

पाकिस्तान के इन एयरबेस पर रहेगी नजर

दीसा एयरबेस एक तरह से उड़ान भरने वाले दुश्मन के एयरक्राफ्ट के लिए दीवार का काम करेगा। जो पाकिस्तान में मीरपुर खास, हैदराबाद, शाहबाज, जकबाबाद में एफ-16 एयरबेस के सामने खड़ा होगा और उसके आसपास गुजरात के एक ट्रिलियन डॉलर से अधिक औद्योगिक परिसर के साथ आर्थिक रूप से लक्ष्य के रूप में आग की दीवार होगी। सबसे खराब स्थिति में भारत को मारा। दीसा पाकिस्तानी शहरों हैदराबाद, कराची और सुक्कुर को भी अपने गहरे पैठ वाले स्ट्राइक एयरक्राफ्ट से कमजोर बनाएगी।

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