भरतपुर में नहीं हुआ कोई प्लेन क्रैश, मिराज का गिरा मलबा, जानें एयरफोर्स का बड़ा अपडेट

भरतपुर में नहीं हुआ कोई प्लेन क्रैश, मिराज का गिरा मलबा, जानें एयरफोर्स का बड़ा अपडेट
X
मध्य प्रदेश के मुरैना में हादसे का शिकार हुए लड़ाकू विमान मिराज 2000 का मलबा ही राजस्थान के भरतपुर के उच्चैन में गिरा है। चूंकि दोनों घटना स्थलों की दूरी करीब 50 किमी है।

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में शनिवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया है। मुरैना में हादसे (Murena plane crash) का शिकार हुए लड़ाकू विमान मिराज 2000 (Aircraft Mirage 2000 crash) का मलबा ही राजस्थान के भरतपुर के उच्चैन में गिरा है। चूंकि दोनों घटना स्थलों की दूरी करीब 50 किमी है। ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि ये दोनों हादसे अलग हैं, लेकिन अब मुरैना के एसपी ने साफ कर दिया है कि मुरैना हादसे में ही एक विमान मिराज 2000 का मलबा भरतपुर के उचेन में गिरा है।

हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि हादसे के बाद मिराज 50 किमी से ज्यादा की दूरी कैसे तय करने में कामयाब रहा। वहीं, भारतीय वायु सेना (IAF) ने एक बयान जारी कर कहा है कि राजस्थान के भरतपुर में उनका कोई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (Indian Air Force plane crash) नहीं हुआ है। उनके सभी हेलीकॉप्टर सुरक्षित हैं। संभावना जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश के मुरैना में हुए विमान हादसे के बाद इस विमान का मलबा भरतपुर में गिरा है।

दोनों विमानों ने एमपी के ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी। वहीं, इस घटना में एक पायलट शहीद हो गया है। बाकी दोनों पायलटों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि इस मामले में और जानकारी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (Court of Inquiry) में ही सामने आएगी। इसके अलावा मुरैना के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने बताया कि हादसे के वक्त विमान से 2 पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए और एक पायलट शहीद हो गए।

इस हादसे से पहले वायुसेना के दोनों लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। वहीं, वायुसेना प्रमुख ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दो लड़ाकू विमानों के दुर्घटनाग्रस्त (Fighter Planes Crashed) होने की जानकारी दी। इस पूरे घटनाक्रम पर खुद राजनाथ पैनी नजर रख रहे हैं। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सक्रियता दिखाते हुए मुरैना जिला प्रशासन को राहत और बचाव के लिए जरूरी निर्देश दिए।

Tags

Next Story