केरल से लेकर ओडिशा में चक्रवात तूफान यास का कहर, भारतीय नौसेना ने शुरू किया राहत और बचाव अभियान

चक्रवात तूफान यास ने बुधवार को देश के पूर्वी तटों पर जमकर तबाही मचाई। भारी बारिश के साथ चक्रवात के दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये। इतना ही केरल में इस तूफान से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं विशाखापट्टनम से ओडिश में इस चक्रवात से लोगों को बचाने के लिए भारतीय नौ सेना मैदान में उतर गई है। जिसके बाद पश्चिमी बंगाल के दीघा, डायमंड हार्बर और फ्रांसेर्गंज नाम की तीन जगहों पर भारतीय नौ सेना की टीम को राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है। यहां भारतीय नौसेना के जवानों ने ग्रामीणों को तीन नावों पर भोजन और राशन की सप्लाई की है। इसके साथ ही यहां फंसे ग्रामीणों के बचाव के लिए टीम को नारायणपुर गांव में स्थानांतरित कर दिया गया।
21 लाख से भी ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
चक्रवात के दौरान तैनात किये गये भारतीय नौ सेना ने डायमंड हार्बर में बाढ़ राहत दल को एसएसबी (कोल) में राहत कार्य करने का काम सौंपा गया था। यहां जिला प्रशासन ने टीमों को अलग अलग स्थानों पर जैसे कोंटाई, पुरबा मेदिनीपुर में स्थानांतरित कर दिया। यहां पर सभी टीमें 12 घंटे से भी ज्यादा समय तक राहत कार्य में लगी रहीं। जिसके बाद टीम ने ओडिशा, केरल, पश्चिमी बंगाल और झारखंड में 21 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इसके साथ ही अपराह्र में तटों से टकराने के बाद तूफान कमजोर पड़ गया था। चक्रवात के कारण ओडिशा में तीन लोगों और पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
चक्रवात तूफान यास से बंगाल में हुए एक करोड़ लोग प्रभावित
पश्चिमी बंगाल सरकार ने दावा किया कि यास चक्रवात तूफान में करीब एक करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। ताउते के बाद तटों पर यह दूसरा चक्रवाती तूफान है। ओडिशा के बालासोर और भद्रक जिलों के करीब 128 जिले इस तूफान से प्रभावित हुए है। ज्यादातर गांवों में पानी भर गया है। वहीं सीएम नवीन पटनायक ने इन गांवों के लिए 7 दिनों तक राहत पहुंचाने की घोषणा की है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS