ट्रेन में सफर होगा और आरामदायक, ट्रेनों में लगे नये व अधिक सुरक्षित LHB कोच

यात्रियों की यात्रा को आसान और आरामदायक बनाने के लिए भारतीय रेलवे कई तरह के प्रयास कर रहा है। यात्रियों की सुविधाओं के मुताबिक लगातार रेलवे में कई सुधार किए जा रहे हैं। हाल ही में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए बताया कि- भारतीय रेलवे ट्रेनों में नये व अधिक सुरक्षित LHB कोच लगा रही है, यह कोच अधिक लंबे तथा मजबूत होने के साथ ही आधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं। इन कोचेस में बड़ी खिड़कियां, आरामदायक सीट, बॉयो टॉयलेट्स, और सामान रखने की अधिक स्पेस है, जिससे सफर का आनंद और अधिक बढ़ जायेगा।
भारतीय रेलवे ट्रेनों में नये व अधिक सुरक्षित LHB कोचेस लगा रही है, यह कोच अधिक लंबे तथा मजबूत होने के साथ ही आधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) December 13, 2019
इन कोचेस में बड़ी खिड़कियां, आरामदायक सीट, बॉयो टॉयलेट्स, व सामान रखने की अधिक स्पेस है, जिससे सफर का आनंद और अधिक बढ़ जायेगा। pic.twitter.com/yAdjsipW3G
क्या है एलएचबी कोचेस?
ट्रेन हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है, लेकिन ट्रेन के बारे में कई ऐसी बातें हैं जो आम आदमी को जरूर जाननी चाहिए। आपने देखा होगा कि ट्रेन के कोच दो तरह के होते हैं। पहला तो नीले रंग के कोच जिनमें लोग आमतौर पर सफर करते है, लेकिन एक कोच आपने और देखें होंगे जो सिल्वर और लाल रंग के होते है। ट्रेन में जो कोच नीले रंग के होते हैं, उन्हें Integral Coach Factory (ICF) कोच कहा जाता है। और जो सिल्वर और लाल रंग के होते हैं उन्हें Linke Hofmann Busch(LHB) कोच कहा जाता है।
एलएचबी कोच को बनाने की फैक्ट्री कपूरथला में है। एलएचबी एक जर्मनी तकनीक है। एलएचबी कोच का प्रयोग तेज गति वाली ट्रेनों में किया जाता हैं। देश की सबसे तेज ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और राजधानी एक्सप्रेस में इन्हीं कोच का प्रयोग किया जाता है। इनमें क्षमता होती है कि ये 160 से 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड में दौड़ सके। एलएचबी कोच फैक्ट्री में भी हर तरह के एलएचबी कोच बनाए जाते हैं, जिनमें एसी, नॉन एसी, स्लीपर कोच शामिल है। इन कोच में रेलवे यात्रियों की यात्रा काफी सुरक्षित होती है और इनमें दुर्घटना होने की आशंका कम रहती है।
एलएचबी कोच में एंटी टेलीस्कोपिक सिस्टम होता है, जिसके कारण इसके डिब्बे आसानी से पटरी से नहीं उतर पाते हैं। वहीं दूसरी ओर इसके डिब्बे स्टेलनेस स्टील और एल्यूमिनियम के बने होते है।
एलएचबी कोच की खूबियां
एलएचबी कोच में डिस्क ब्रेक सिस्टम होता है जिससे ट्रेन को जल्दी रोका जा सकता है।
एलएचबी कोच में अगर आप बैठेंगे तो ट्रेन के चलने की आवाज आपको ज्यादा परेशान नहीं करेगी क्योंकि इसका साउंड लेवल 60 डेसीबल का होता है
एलएचबी कोच में माइक्रोप्रोसेसर से कंट्रोल होता है। इसमें एयर कंडीश्निंग सिस्टम होता है जो कोच के तापमान को नियंत्रित करता है। जिससे ट्रे्न सुरक्षित रहती है।
एलएचबी कोच में दो डिब्बे अलग तरह से कपलिंग की जाती है जिससे दुर्घटना होने पर डिब्बे एक के ऊपर एक नहीं चढ़ते हैं।
रेलवे बंद करेगा पुराने डिब्बों का प्रोडक्शन
रेलवे ने यात्रियों को सुरक्षित एवं आरामदेह सफर उपलब्ध कराने के लिए पारंपरिक आईसीएफ डिब्बों का निर्माण पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS