कोरोना वायरस की देसी वैक्सीन को मिली फेज 3 ट्रायल की इजाजत, जानें कब आ सकता है टीका

भारत में बन रही कोरोना वायरस की वैक्सीन कोवैक्सिन के अंतिम चरण का ट्रायल जल्द शुरू होने वाला है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डीजीसीआई की एक्सपर्ट कमेटी की मंगलवार को हुई मीटिंग में भारत में बन रही कोरोना वायरस की वैक्सीन कोवैक्सिन को आखिरी दौर के ट्रायल की अनुमति मिल गई है। उम्मीद जताई जा रही है, भारत बायोटेक की इस वैक्सीन के फेज 3 का ट्रायल नवंबर शुरू हो सकता है। कोवैक्सिन का ट्रायल दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, पंजाब और असम में भी हो सकता है। क्योंकि, कंपनी इन राज्यों में ट्रायल का सोच रही है। मिली जानकारी के अनुसार, भारत बायोटेक इस वैक्सीन का निर्माण इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर कर रही है।
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2021 के फरवरी महीने में कोरोना वैक्सीन के फाइनल ट्रायल के नतीजे आ जाएंगे। अगर सब सही रहा तो इसके बाद वैक्सीन को अप्रूवल और इसकी मार्केटिंग की तैयारी की जाएगी। हालांकि, डीजीसीए की एक बैठक पांच अक्टूबर को भी हुई थी। इस मीटिंग में भारत बायोटेक से फेज 3 को प्रोटोकॉल को फिर से दाखिल करने के लिए कहा गया था।
देश में सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रेजेनेका की पार्टनरशिप में एक वैक्सीन बन रही है। इसके साथ ही जायडस कैडिला ने भी ZyCov-D नाम की एक वैक्सीन तैयार की है। खास बात है कि कंपनी ने कोवैक्सिन में एलहाइड्रॉक्सिक्विम-II सहायक को शामिल किया है। इसकी खासियत है कि यह वैक्सीन की प्रतिक्रिया को और बेहतर बनाएगा और इससे इसकी क्षमता भी बढ़ेगी। एलहाइड्रॉक्सिक्विम-II के साथ अगर टीका लगाया जाए तो शरीर में एंटीबॉडीज अधिक बनने लगती हैं और इम्युनिटी लंबे समय तक बनी रहती है।
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