INS Kavaratti: नौसेना की ताकत बढ़ाएगा आईएनएस कवरत्ती, जानें इसकी खासियतें

लद्दाख में भारत चीन सीमा पर चल रहे विवाद के बीच भारत लगातार अपनी स्थिति को और मजबूत करता चल रहा है। इस बीच अब भारतीय नौसेना में आज आईएनएस कवरत्ती को शामिल किया जाएगा। इस पनडुब्बी के भारत में शामिल होने के बाद इससे नौसेना की ताकत और ज्यादा बढ़ जाएगी।
मिली जानकारी के मुताबिक यह पनडुब्बी अत्याधुनिक हथियार प्रणाली से लैस है और साथ ही दुश्मनों की पनडुब्बियों का पता लगाने और उसका पीछा करने में सक्षम मानी जा रही है। अब भारत सिर्फ पहाड़ों या मैदान पर ही नहीं बल्कि समुंद्र में भी अपनी ताकत बढ़ाने जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना के प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे स्वदेशी पनडुब्बी को आज नौसेना के बेड़े में शामिल करेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि यह भारत की खुद की स्वदेशी आईएनएस कवरत्ती है।मेड इन इंडिया आईएनएस कवरत्ती पोत को भारतीय नौसेना के संगठन डायरेक्टॉरेट ऑफ नेवल डीजाइन किया है।
जानिए आईएनएस कवरत्ती की खासियतें...
जानकारी के लिए बता दें कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह कदम माना जा रहा है। इस पोत का निर्माण कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स कि कंपनी के द्वारा किया गया है। इस पोत के नौसेना में शामिल होने को लेकर जानकारों का कहना है कि यह अत्याधुनिक हथियारों से लैस युद्धपोत है। इसमें कई तरह के सेंसर लगे हुए हैं, जो दुश्मनों का पता लगाने में सक्षम है।
यह दुश्मन की पनडुब्बी का पीछा भी कर सकती है और उस पर नजर भी रख सकती है। यह प्रोजेक्ट-28 के तहत स्वदेश में निर्मित चार पनडुब्बी रोधी जंगी स्टील्थ पोत में से आखिरी जहाज है। इससे पहले भी इस कंपनी ने भारतीय वायुसेना नौसेना के लिए ऐसे युद्धपोत तैयार किए हैं।
1. पोत में 90 फीसदी उपकरण भारतीय हैं।
2. इसके सुपरस्ट्रक्चर के लिए कार्बन कंपोजिट का उपयोग किया है।
3. पोत परमाणु, रासायनिक और जैविक युद्ध की स्थिति के लिए तैयार है।
4. कवरत्ती की लंबाई 109 मीटर और चौड़ाई 12.8 मीटर है।
5. ये पोत अत्याधुनिक हथियारों, रॉकेट लॉचर्स, एकीकृत हेलीकॉप्टर्स और सेंसर से लैस है।
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