International Women's Day 2021: इस महिला दिवस पर इन टॉप 10 शायरियों से दें शुभकामनाएं

International Women's Day 2021: इस साल 8 मार्च (8 March) दिन सोमवार को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day 2021) मनाया जाएगा। महिला दिवस हर साल 8 मार्च को ही मनाया जाता है। महिलाओं के लिए समर्पित ये दिन बहुत खास होता है। इस बार महिला दिवस की थीम Women in leadership: an equal future in a COVID-19 world रखी गई है। महिला दिवस के मौके पर अगर आप भी महिलाओं को सम्मान के साथ उन्हें शुभकामनाएं (Wishes) देना चाहते हैं। तो हम आपके के लिए महिला दिवस (Mahila Diwas) पर महिला दिवस शायरी (Mahila Diwas Shayari) लेकर आएं हैं। इन शायरियों को आप सोशल मीडिया पर शेयर कर अपनी मां, दीदी, बहन और महिला साथी को भी 'महिला दिवस की शुभकामनाएं' दें... ये हैं महिला दिवस की कुछ चुनिंदा शानदार शायरियां...
1. दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई,
जिस घर मे मेरे नाम की तखती भी नहीं,
सारी उमर उस घर को सजाने मे गुजर गई।
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
2. नारी दिवस बस एक दिवस
क्यों नारी के नाम मनाना है
हर दिन हर पल नारी उत्तम
मानो, यह न्या ज़माना है
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
3. जिसने बस त्याग ही त्याग किए
जो बस दूसरों के लिए जिए
फिर क्यों उसको धिक्कार दो
उसे जीने का अधिकार दो
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
4. क्यों त्याग करे नारी केवल
क्यों नर दिखलाए झूठा बल
नारी जो जिद्द पर आ जाए
अबला से चण्डी बन जाए
उस पर न करो कोई अत्याचार
तो सुखी रहेगा घर-परिवार
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
5. मुस्कुराकर, दर्द भूलकर
रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी
हर पग को रोशन करने वाली
वो शक्ति है एक नारी
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
6. नर सम अधिकारिणी है नारी
वो भी जीने की अधिकारी
कुछ उसके भी अपने सपने
क्यों रौंदें उन्हें उसके अपने
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
7. नारी सीता नारी काली
नारी ही प्रेम करने वाली
नारी कोमल नारी कठोर
नारी बिन नर का कहां छोर
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
8. नारी ही शक्ति है नर की
नारी ही है शोभा घर की
जो उसे उचित सम्मान मिले
घर में खुशियों के फूल खिलें
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
9. आंचल में ममता लिए हुए
नैनों से आंसु पिए हुए
सौंप दे जो पूरा जीवन
फिर क्यों आहत हो उसका मन
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
10. बेटी-बहु कभी माँ बनकर
सबके ही सुख-दुख को सहकर
अपने सब फर्ज़ निभाती है
तभी तो नारी कहलाती है
महिला दिवस शायरी/Womens Day Shayari
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