International Yoga Day 2019 : 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, जानें और भी रोचक तथ्य

International Yoga Day 2019 : 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, जानें और भी रोचक तथ्य
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International Yoga Day 2019 : योग भारतीय संस्कृति का सबसे पुराना विज्ञान है। जिसको अपनाकर मनुष्य ने आध्यात्मिक और शारीरिक विकास के द्वार खोले हैं। योग शब्द का संबंध हिन्दू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म में ध्यान प्रक्रिया से है। योग का जन्म कब हुआ इसका वर्णन वेदों व जैन धर्म के ग्रंथों में देखने को मिलता है। योग का शाब्दिक अर्थ होता है जुड़ना या मिलना, लेकिन यह एक विस्तृत विद्या है क्योंकि इसके सभी कर्म और क्रियाएं मनुष्य को शारीरिक व आत्मिक रूप से योगी बना देती हैं। योग एक समय तक दक्षिण एशियाई देशों तक ही सीमित था लेकिन आज पूरे विश्व समुदाय ने इसे स्वीकार लिया है। आईए जानते हैं विश्व योग दिवस के बारे में कुछ दिलचस्प बातें।

International Yoga Day 2019 : योग भारतीय संस्कृति का सबसे पुराना विज्ञान है। जिसको अपनाकर मनुष्य ने आध्यात्मिक और शारीरिक विकास के द्वार खोले हैं। योग शब्द का संबंध हिन्दू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म में ध्यान प्रक्रिया से है। योग का जन्म कब हुआ इसका वर्णन वेदों व जैन धर्म के ग्रंथों में देखने को मिलता है। योग का शाब्दिक अर्थ होता है जुड़ना या मिलना, लेकिन यह एक विस्तृत विद्या है क्योंकि इसके सभी कर्म और क्रियाएं मनुष्य को शारीरिक व आत्मिक रूप से योगी बना देती हैं। योग एक समय तक दक्षिण एशियाई देशों तक ही सीमित था लेकिन आज पूरे विश्व समुदाय ने इसे स्वीकार लिया है। आईए जानते हैं विश्व योग दिवस के बारे में कुछ दिलचस्प बातें।

योग का महत्व संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी माना

भारतीय राजदूत अशोक मुखर्जी ने भारत की तरफ से यूएन में विश्व योग दिवस (International Yoga Day) के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा। यूएन जनरल एसेंबली में 175 देशों ने स्वीकार किया। इसी के साथ यूएन एसेंबली में किसी भी प्रस्ताव को इतना भारी समर्थन मिलने का रिकॉर्ड बन गया। ऐसा पहली बार हुआ कि यूएन (United Nations) की एसेंबली में किसी भी प्रस्ताव को 90 दिनों के भीतर यानी 11 जून, 2014 को पास हुआ और हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Day Of Yoga) मनाने की मंजूरी मिल गई।



योग दिवस के लिए 21 जून ही क्यों

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) को 21 जून को मनाने के पीछे का वजह है ग्रीष्म संक्रांति का होना। असल में 21 जून का दिन उत्तरी गोलार्ध का सबसे लंबा दिन होता है। जिसे हम ग्रीष्म संक्रांति के नाम से भी जानते हैं। भारतीय संस्कृति में ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिण की ओर चला जाता है। कहा जाता है कि यह दिन आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के योग में रहती हैं। कहा जाता है कि भगवान के सात शिष्यों को भी इसी ग्रीष्म संक्रमण में योग (Yoga) की दीक्षा दी गई थी, इसीलिए कुछ लोग इस दिवस को शिव अवतरण के रूप में मनाते हैं।



पहले विश्व योगा डे पर बना था विश्व रिकॉर्ड

पहली बार पूरा विश्व 21 जून 2015 को विश्व योग दिवस (World Yoga Day) के रूप में मनाया था, जिसमें 84 देशों के प्रतिनिधियों ने पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में दिल्ली के राजपथ पर योग किया था इस दौरान 35 हजार से ज्यादा लोगों ने भाग लिया था। इस रिकॉर्ड के साथ ही भारत ने गिनीज़ व‌र्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज किया था। वहीं 84 देशों में एक साथ योगा डे मनाए जानें को लेकर भी गिनीज वर्ल्ड में नाम दर्ज किया था।



इस साल योगा दिवस रांची में मनाएंगे पीएम मोदी

हर साल मनाया जानें वाला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2019) इस साल भी बड़े जोर-शोर के साथ मनाया जाएगा। इस साल पीएम मोदी के नेतृत्व में हजारों लोग झारखंड की राजधानी रांची (Ranchi Yoga Day) में विश्व योग दिवस मनाएंगे। इस दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javdekar) भी उनके साथ मौजूद रहेंगे। यह पहली बार नहीं है कि पीएम मोदी योग दिवस (PM Modi Yoga day) के कार्यक्रम में दिल्ली से बाहर कहीं जा रहे हैं। इससे पहले वे साल 2016 में योग दिवस के मौके पर पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में, 2017 में यूपी के लखनऊ में वहीं 2018 में उत्तराखंड के देहरादून में योगा दिवस मनाएं थे।

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