ISRO Chandrayaan 2 Mission: हरिकोटा में चंद्रयान-2 का काउंटडाउन शुरू, अब बचे हैं सिर्फ 13 घंटे, आईआईटी के दो प्रोफेसर ने तैयार किया मिशन

हरिकोटा में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा भारत के दूसरे सबसे बड़े मिशन चंद्रयान-2 का काउंटडाउन शुरू हो गया है। चंद्रयान-2 मिशन की 20 घंटे पहले ही उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
चंद्रयान-2 मिशन 15 जुलाई को सुबह 2 से 3 बजे के बीच लॉन्च होगा। इसको लेकर इसरो वैज्ञानिकों ने तैयारी पूरी कर ली है। इस रॉकेट को बाहुबली या फैट ब्वॉय नाम दिया गया है। इस रॉकेट का नाम जीएसएलवी-MK3 हो।
🇮🇳#ISROMissions🇮🇳
— ISRO (@isro) July 14, 2019
The launch countdown of #GSLVMkIII-M1/#Chandrayaan-2 commenced today at 0651 Hrs IST. The launch is scheduled at 0251Hrs IST on July 15th.
More updates to follow...
इसरो चीफ के सिवन के कहा कि उल्टी गिनती रविवार सुबह 6. 51 बजे शुरू होगी। लॉन्च की तैयारियां सुचारू रूप से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि सभी चेक आउट किए जा रहे हैं और GSLV-Mk-3 भारत का सबसे भारी रॉकेट होगा।
सोमवार तड़के सुबह 2. 51 बजे दूसरे लॉन्च पैड होगा। उलटी गिनती के दौरान, प्रणोदक भरने के संचालन को 44 मीटर लंबे तीन-चरण वाहन में ले जाया जाएगा, जो तीसरे चरण में क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग करता है।
यह चंद्रयान 1 द्वारा की गई खोजों का भी पता लगाएगा। जैसे कि चंद्रमा पर पानी के अणुओं की उपस्थिति और अद्वितीय रासायनिक संरचना के साथ नए रॉक । इस मिशन के माध्यम से इसरो का उद्देश्य अंतरिक्ष में भारत के पदचिह्न का विस्तार करना है। जो वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और खोजकर्ताओं की भावी पीढ़ी को प्रेरित करता है और अंतर्राष्ट्रीय आकांक्षाओं को पार करता है।
Indian Institutes of Technology Kanpur has developed mapping generation software for Indian Space Research Organisation's Lunar Mission #Chandrayaan2 which is to be launched on 15 July. Algorithm for the same has been developed by a team of 10 faculty members & students in 3 yrs. pic.twitter.com/CGagFLIfHU
— ANI UP (@ANINewsUP) July 14, 2019
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चंद्र मिशन चंद्रयान 2 के लिए मैपिंग जनरेशन सॉफ्टवेयर विकसित किया है जिसे 15 जुलाई को लॉन्च किया जाना है। इसके लिए एल्गोरिदम 3 संकायों में 10 संकाय सदस्यों और छात्रों की एक टीम द्वारा विकसित किया गया है।
Ashish Dutta, Professor, IIT Kanpur: #Chandrayaan2 has many sub-systems. For 2 of them, map generation&path planning sub-systems, MoU was signed b/w ISRO&IIT Kanpur for software&algorithm development. Structure of this prototype&the one that is actually going is exactly the same. pic.twitter.com/ovYI3JtHXk
— ANI UP (@ANINewsUP) July 14, 2019
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर, आशीष दत्ता ने कहा कि चंद्रयान 2 में कई उप-प्रणालियाँ हैं। उनमें से 2 के लिए, मैप जनरेशन और पाथ प्लानिंग सब-सिस्टम, सॉफ्टवेयर और एल्गोरिथम विकास के लिए MoU पर हस्ताक्षर किए गए b / w ISRO और IIT कानपुर। इस प्रोटोटाइप की संरचना और जो वास्तव में चल रहा है वह बिल्कुल समान है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS