समुद्री सुरक्षा के बिना एक व्यापक आंतरिक और बाहरी सुरक्षा ढांचा बनाना संभव नहीं: राजनाथ सिंह

समुद्री सुरक्षा के बिना एक व्यापक आंतरिक और बाहरी सुरक्षा ढांचा बनाना संभव नहीं: राजनाथ सिंह
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समुद्र के साथ हमारा बड़ा पुराना नाता रहा है। समुद्र ने एक तरफ हमें धन-धान्य, खनिजों और वनस्पतियों से समृद्ध किया है, तो दूसरी ओर इसने हमें दुनिया भर से जोड़ने का भी काम किया है।

केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज भारतीय तटरक्षक के अलंकरण समारोह में हुए। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि 4-6 नौकाओं के साथ शुरू हुआ भारतीय तटरक्षक आज 150 से ज्यादा जहाजों और 66 एयरक्राफ्ट के साथ, दुनिया की बेहतरीन समुद्री बलों में अपना अहम स्थान रखता है।

आपकी professionalism, और लगातार growing stature, देशवासियों में इस बात का भरोसा जगाता है कि हमारे national maritime interests बहादुर प्रहरियों की सुरक्षित निगरानी में है। हमारी परंपरा, उत्सव, त्यौहार, कला, साहित्य, संस्कृति, trade और economy बहुत हद तक समुद्र से जुड़े हैं। पर इस समृद्धि के साथ-साथ हमें समुद्र से जुड़ी सुरक्षा चुनौतियां भी कम नहीं मिली हैं।

समुद्र के साथ हमारा बड़ा पुराना नाता रहा है। समुद्र ने एक तरफ हमें धन-धान्य, खनिजों और वनस्पतियों से समृद्ध किया है, तो दूसरी ओर इसने हमें दुनिया भर से जोड़ने का भी काम किया है। समुद्री सुरक्षा के बिना, एक व्यापक आंतरिक और बाहरी सुरक्षा ढांचा बनाना संभव नहीं है। India के maritime zones को safe, secure और pollution free रखना, हमारी सुरक्षा जरूरतों, और economic development को एक साथ ensure करता है।

आज हमारा देश, तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। इस राह में निर्बाध समुद्री गतिविधि हमारी एक प्रमुख आवश्यकता है। एक बढ़ती समुद्री शक्ति होने के चलते, हमारी समृद्धि बहुत हद तक समुद्र पर निर्भर है। भारत सरकार के विज़न के अनुरूप, तटरक्षक बल, क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने, हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री शांति बनाए रखने, और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री एजेंसियां के साथ मिलकर कार्य करने के लिए सदैव अग्रसर रहा है।

मुझे यह कहते हुए खुशी होती है, कि समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारे coast guards द्वारा किए गए gallant acts का प्रभाव न केवल हमारे क्षेत्र, बल्कि अड़ोस-पड़ोस पर भी बराबर पड़ा है। आपका एक-एक सफल मिशन आपकी क्षमता, और प्रभावी प्रतिक्रिया को दिखाता है।

'न्यू डाइमंड' या फिर कंटेनर पोत 'एक्सप्रेस पर्ल' की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हो, हमारे तटरक्षक बल ने 'सागर आरक्षा-I' और 'II' operations चलाकर अग्निशमन और प्रदूषण प्रतिक्रिया में अपना अहम योगदान दिया है। आप लोगों ने यदि timely कार्रवाई न की होती, तो यह Indian Ocean region में एक बड़ी तबाही का कारण बन सकता थाI आप लोगों द्वारा किए गए इन साहसी अभियानों से देश को अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिली है, और एक responsible और capable maritime power के रूप में India की position मज़बूत हुई है।

वर्जित, यानी अवैध हथियार और नशीले पदार्थों की तस्करी के ख़िलाफ़ चलाए गए आपके अभियान भी सराहनीय रहे हैं। ऐसे तत्व न केवल हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि उससे कहीं अधिक हमारे समाज, और राष्ट्र पर बुरा प्रभाव डालते हैं। इस तरह इन प्रतिबंधित वस्तुओं के अवैध व्यापार पर व्यापक रूप से रोक लगाकर, आप न केवल वर्तमान की चुनौतियों से निपटते हैं, बल्कि देश का भविष्य भी सुरक्षित और सुदृढ़ करने का कार्य करते हैं।

अभी कुछ समय पहले, 'ताउते' और 'यास' तूफानों में भी अपनी जान जोखिम में डालकर अनेक नाविकों, और तटीय क्षेत्र के अन्य लोगों की जान बचाने का भी सराहनीय काम आप लोगों ने किया है। ऐसे मुश्किलात में नागरिक प्रशासन की सक्रिय सहायता करने के लिए मैं आपकी सराहना करता हूं।

इसी प्रकार की एक नहीं, अनेक घटनाएं हैं जहां आपने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है और 'समुद्र के प्रहरी' की प्रतिष्ठा को कायम रखा है। इन सभी उपलब्धियों का श्रेय हमारे तटरक्षक बल के सभी अफ़सरों और जवानों को सम्मिलित रूप से जाता है। इस अवसर पर, मैं हमारे जवानों के परिजनों को भी अपनी ओर से नमन करता हूं, जो उनकी रीड की हड्डी हैं।

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