Kashmir Target Killing: कश्मीर में टारगेट किलिंग के बीच गृह मंत्रालय ने लिया बड़ा एक्शन, हालात की हो रही मॉनिटरिंग

एक बार फिर 90 के दशक में घटित होने वाली टारगेट किलिंग (Target Killing) जैसी वारदातें सामने आ रही हैं। इसको लेकर जम्मू कश्मीर प्रशासन (Jammu Kashmir) और गृह मंत्रालय (Home Ministry) तक अलर्ट हैं। टारगेट किलिंग जैसी वारदातों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने बैठक की है और पूरी घटना की मॉनिटरिंग कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंत्रालय की तरफ से सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह को जम्मू कश्मीर भेजा गया है।
कश्मीर में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से आतंकवादी बौखलाए हुए हैं। जो लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं। आतंकियों के लिए टारगेट किलिंग बहुत आसान है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, घाटी में आतंकवादी नागरिकों को कायराना तरीके से मार रहे हैं। आईएसआई ने 2 सौ लोगों की एक लिस्ट तैयार की है। जिसमें कश्मीरी पंडित, राजनेता, मीडियाकर्मी, उद्योगपतियों से लेकर गैर-स्थानीय लोग भी शामिल किए गए हैं। टारगेट किलिंग में अब तक 11 लोगों को निशाना बनाया गया है।
जानें क्या है टारगेट किलिंग (Know what is target killing)
90 के दशक में जम्मू कश्मीर में शुरू हुई टारगेट किलिंग का जीन एक बार फिर सामने आ गया है। टारगेट किलिंग के तहत पहले कई दिनों तक सॉफ्ट टारगेट की गतिविधियों के बारे में सारी जानकारी जुटाई जाती है। वे अच्छी तरह जानते हैं कि कब और किस समय निशाना बनाया है। गैर-कश्मीरियों की हत्या इसी तर्ज पर हो रही है। रविवार को भी दो गैर कश्मीरी नागरिकों की फिर आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद पलायन का सिलसिला शुरू हो चुका है।
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