जस्टिस रमेश देवकीनंदन बने 3 दिनों के लिए बॉम्बे HC के मुख्य न्यायाधीश, जानें कारण

बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) को तीन दिनों के लिए नया मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice) रमेश देवकीनंदन धानुका के रूप में मिल गया है। जिनका कार्यकाल मात्र तीन दिन का है। आज उन्हें राजभवन में शपथ दिलाई गई है। केंद्र ने शुक्रवार को इस पर मोहर लगा दी थी। बता दें कि 11 दिसंबर, 2022 को पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता के पदोन्नत के बाद से ही बॉम्बे हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश की जगह खाली पड़ी थी। बॉम्बे हाईकोर्ट कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के रूप में यह सबसे कम दिनों का कार्यकाल होगा, क्योंकि न्यायमूर्ति आरडी धानुका (Justice RD Dhanuka) 30 मई को सेनावृत होंगे, इसलिए रमेश देवकीनंदन धानुका का कार्यकाल मात्र तीन दिन का होगा।
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम (Collegium) ने उच्च न्यायालयों के प्रमुख के रूप में न्यायमूर्ति धानुका और न्यायमूर्ति गंगापुरवाला के नाम की घोषणा की थी, जिसमें केंद्र ने धानुका के नाम पर मोहर लगाई। राजभवन (State Building) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, समारोह का आगाज राष्ट्रगान (National Anthem) के साथ किया गया, जिसमें राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता, मुंबई के संरक्षक मंत्री, बंबई उच्च न्यायालय (High Court) के न्यायाधीश, पुलिस विभाग के महानिदेशक मौजूद रहे। भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) जस्टिस संजय किशन कौल और केएम जोसेफ की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने आरडी धानुका को बॉम्बे हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है।
कौन हैं न्यायमूर्ति रमेश देवकीनंदन धानुका
रमेश देवकीनंदन धानुका का जन्म 1961 में मुंबई में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा मुंबई में ही संपन्न हुई थी। बाद में उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय (Bombay University) से कानून में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। वकालत की पढ़ाई करने के बाद धानुका हाई कोर्ट में अपने पिता जस्टिस डीआर धानुका के चेंबर में प्रैक्टिस करते रहे। वे कई साल तक मुंबई नगर निगम (BMC) के वरिष्ठ वकील पैनल में थे। 23 जनवरी, 2012 को उनको बॉम्बे हाई कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था।
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