Video : कारगिल युद्ध की 20वीं वर्षगांठ से पहले ही जवानों ने टाइगर हिल वॉर की दिखाई झलकियां, भारत ने ऐसे फहराया था तिरंगा

Video : कारगिल युद्ध की 20वीं वर्षगांठ से पहले ही जवानों ने टाइगर हिल वॉर की दिखाई झलकियां, भारत ने ऐसे फहराया था तिरंगा
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कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ कुछ ही दिनों में मनाया जाएगा। इसी सिलसिले में सेना के जवानों ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर में कारगिल वॉर के दौरान प्रयोग में लाए गए मिराज 2000 और अन्य लड़ाकू विमानों द्वारा सेना के शौर्य का प्रदर्शन किया गया।

कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ कुछ ही दिनों में मनाया जाएगा। इसी सिलसिले में सेना के जवानों ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर में कारगिल वॉर के दौरान प्रयोग में लाए गए मिराज 2000 और अन्य लड़ाकू विमानों द्वारा सेना के शौर्य का प्रदर्शन किया गया। बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध की 20वीं वर्षगांठ जुलाई 26 जुलाई को मनाया जाएगा। युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को इस दिन याद किया जाता है।

टाइगर हिल हमले का चित्रण

वायुसेना के इस कार्यक्रम में वायुसेना के चीफ बीएस धनोआ मुख्य अतिथि के रूप में रहे। वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस दौरान कारगिल विजय दिवस के लिए कार्यक्रमों की रणनीति बनाई गई। टाइगर हिल हमले का एक बार फिर से चित्रण के द्वारा दिखाया गया। बता दें कि टाइगर हिल हमला कारगिल युद्ध 1999 के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ किया गया था। इस कार्यक्रम में मिराज 2000 और अन्य लड़ाकू विमानों का भी प्रदर्शन दिखाया गया।

जब कैप्टन विक्रम बत्रा ने कहा- ये दिल मांगे मोर

कारगिल युद्ध करीब तीन महीनें चला था जिसमें भारतीय सेना के कुल 527 जवानों और अफसरों ने शहादत प्राप्त किया। 3 मई 1999 से शुरू हुआ ये युद्ध 26 जुलाई को खत्म हुआ था। इस साल कारगिल युद्ध की 20वीं वर्षगांठ शानदार तरिके से मनाने की तैयारी हो रही है। कारगिल युद्ध में कुल चार सैनिकों को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। कैप्टन विक्रम बत्रा का एक संदेश पूरे देश में उस समय गूंज रहा था। उन्होंने रेडियो से एक संदेश भेजा था जिसमें उन्होंने कहा था कि 'ये दिल मांगे मोर'।

बत्रा प्वाइंट से शहीदों को सेना देगी श्रद्धाजंलि

मीडिया सूत्रों के मुताबिक सेना की यूनिय अपने शेरदिल जवानों कैप्टन विक्रम बत्रा और राइफलमैन संजय कुमार को श्रद्धाजंलि देने के लिए बत्रा टॉप यानी कि प्वाइंट 4875 पर चढ़ेगी। इस दौरान कैप्टन बत्रा के भाई विशाल बत्रा भी मौजूद होंगे। इस मुश्किल चोटी को कब्जा करने के लिए ग्रेनेडियर योगेन्द्र यादव को सेना का सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र मिला था।

युवाओं के लिए सेना का खास कार्यक्रम

ये लड़ाई जितना अहम भारत के लिए है उतना ही पाकिस्तान के लिए भी है। इस जंग में पाकिस्तान के दो जाबांज सैनिक शहीद हुए थे जिन्हें वहां की सरकार ने वीरता का सर्वोच्च पुरस्कार निशाने हैदर से विभूषित किया था। इस कारगिल विजय दिवस पर युवाओं को सेना में जानें के लिए व युद्ध से प्रेरणा लेने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन सेना द्वारा किया जाएगा।

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