Kisan Bill 2020: जानें आखिर क्यों मचा है किसान बिल पर हंगामा, ये 4 चीजें कर देंगी आपका माइंड क्लियर

Kisan Bill 2020: केंद्र की मोदी सरकार ने संसद के मानसून सत्र के दौरान किसान बिल को लोकसभा से पास करवाया है। लेकिन इसके बाद किसानों का विरोध जारी है। इतना ही नहीं पंजाब से शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा भी दे दिया। उन्होंने कृषि बाजारों को उदार बनाने का प्रयास करने वाले बिल के खिलाफ इस्तीफा दिया है। लेकिन अभी भी इसका विरोध जारी है।
शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कृषि बाजारों को उदार बनाने का प्रयास करने वाले बिल के विरोध में बीती गुरुवार रात को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। किसानों के विरोध के बीच इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूर भी कर लिया। पंजाब में अकाली और भाजपा अपने प्रमुख समर्थक के रूप में जानी जाती हैं। वहीं पीएम मोदी ने बिल पास होने के बाद कहा था कि सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से ये बिल मुक्ति दिलाएगा। इन तीन बिलों को लेकर किसानों और राजनीतिक पार्टियों का विरोध जारी...
1. एसेंशियल कमोडिटीज (अमेंडमेंट) बिल
2. फार्मर्स प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फेसिलिटेशन) बिल
3. फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑफ प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज बिल
इस बात पर हो रहा बिल का विरोध
1. कई किसान संगठनों और राजनीतिक दलों का मानना है कि अगर सरकार मंडियां खत्म कर देगी। तो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य कैसे मिलेगा। एक राष्ट्र एक एमएसपी होना चाहिए।
2. किसानों और व्यापारियों के बीच कीमतें तय नहीं हैं। जिसको लेकर ज्यादा विरोध हो रहा है।
3. इस बिल के लागू होने के बाद व्यापारी फसलों की जमाखोरी करेंगे। जिससे बाजारों में महंगाई होगी और किसान दबेगा।
4. अगर दूसरे राज्य में जाकर किसान अच्छे दामों पर फसल बेचेगा। तो इससे उस राज्य सरकारों को फसल संबंधित दिक्कतों का सामना करना होगा।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS