International Lefthanders Day 2023: बाएं हाथ से काम करने वालों के लिए आज का दिन खास, जानें लेफ्टीज की कुछ विशेषताएं

International Lefthanders Day 2023: बाएं हाथ से काम करने वालों के लिए आज का दिन खास, जानें लेफ्टीज की कुछ विशेषताएं
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International Lefthanders Day 2023: दुनिया भर में सिर्फ दस फीसद आबादी ऐसी है, जो कि बाएं हाथ से काम करते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो बाएं हाथ से लिखना आदत पर निर्भर नहीं करता है, बल्कि यह हमारे जीन के लिए जिम्मेदार होते हैं। पढ़िये बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों की विशेषताएं, जो अन्यों से अलग करती है।

International Lefthanders Day 2023: आज अंतरराष्ट्रीय लेफ्टहेंडर्स डे मनाया जा रहा है। यह दिन बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों के लिए समर्पित है। हमारे बीच भी कई लोग हैं, जो सभी कार्य दाएं हाथ से नहीं बल्कि बाएं हाथ से करते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि बाएं हाथ से काम करने वाले लोग क्या दाएं हाथ से काम करने वालों की अपेक्षा अधिक खास हैं या कम। अगर नहीं सोचा तो चलिए बताते हैं कि अध्ययनों के अनुसार लेफ्टीज की उन विशेषताओं (characteristics of lefties) के बारे में, जो उन्हें अन्यों से अलग बनाते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया भर में सिर्फ दस फीसद आबादी ऐसी है, जो कि बाएं हाथ से काम करते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो बाएं हाथ से लिखना आदत पर निर्भर नहीं करता है, बल्कि यह हमारे जीन के लिए जिम्मेदार होते हैं। दरअसल, प्रत्येक जीन में म्यूटेशन होता है। अगर म्यूटेशन जिस हाथ की ओर अधिक हो, तो संबंधित शख्स उसी हाथ से काम करना शुरू कर देता है। अब कई पाठक सोच रहे होंगे कि कई लोग तो दोनों हाथों से काम कर लेते हैं। इसका भी जवाब है। दरअसल, शुरुआत में तो लोग अपने जीन के म्यूटेशन की वजह से ही अपने कार्य करने के लिए हाथ का चयन करते हैं, लेकिन आदत डालकर दूसरे हाथ से भी कार्य करना शुरू कर देते हैं।

बाएं हाथ से काम करना माना जाता था अशुभ

पुराने समय में अगर कोई बच्चा बाएं हाथ से काम करता था तो उसे बुजुर्ग टोक देते थे। माना जाता था कि कोई भी शुभ कार्य दाएं हाथ से होना चाहिए। कई बच्चों को तो इसके कारण मार भी खानी पड़ी होगी, लेकिन यह थ्यूरी बदल गई है। बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों को सम्मान देने के लिए बाकायदा 13 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय लेफ्टहैंडर दिवस मनाया जाता है। इसके पीछे की कहानी भी रोचक है। लेफ्ट हैंडर इंटरनेशनल की स्थापना की गई थी। इनके डीन आर कैंपबेल ने पहली बार 1976 में इस दिन को सेलिब्रेट किया था। उन्होंने लोगों को बाएं हाथ से लिखने वालों की विशेषताओं से अवगत कराया था। इसके बाद भी यह संस्था लगातार प्रयासरत रही ताकि लेफ्टहैंडर्स को विशेष रूप से पहचाना जाए। प्रयास रंग लाए और 1992 में पहली बार औपचारिक तरीके से अंतरराष्ट्रीय लेफ्टहैंडर दिवस की शुरुआत हो गई।

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समझदारी में कम नहीं बाएं हाथ के लोग

पहले माना जाता था कि जो दाएं हाथ की बजाए बाएं हाथ से काम कर रहा है, समझो उलटा काम कर रहा है। लोग ताने देते थे कि उसका काम उलटा ही पड़ेगा। लेकिन जब इस पर रिसर्च की गई तो पाया कि बाएं हाथ से लिखने वाले लोग बुद्धि में कम नहीं है, उलटा समझदार हैं। अब आप ही देखिये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंडूलकर, दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा, साउथ के मशहूर एक्टर रजनीकांत, यहां तक कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी बाएं हाथ से काम करने वाली शख्सियों में शुमार हैं। ऐसे में अगर आपका बच्चा भी बाएं हाथ से लिख रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि वो दाएं हाथ से काम करने वालों से बेहतर ही कर दिखाएगा।

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