Lal Bahadur Shastri Jayanti 2019: ये हैं लाल बहादुर शास्त्री से जुड़े वो 5 सवाल, जो नहीं सुलझे आजतक

Lal Bahadur Shastri Jayanti 2019: ये हैं लाल बहादुर शास्त्री से जुड़े वो 5 सवाल, जो नहीं सुलझे आजतक
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Lal Bahadur Shastri Jayanti 2019: 2 अक्टूबर (2 October) को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) की 113 वीं जयंती मनाई जाएगी। इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Father Of Nation Mahatma Gandhi) जी का भी जन्म हुआ था। जिसे हम गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) के रूप में मनाते हैं।

Lal Bahadur Shastri Jayanti 2019: देश में 2 अक्टूबर (2 October) का दिन गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) के तौर पर मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) का भी जन्म हुआ था। इस बार लाल बहादुर शास्त्री की 113 वीं जयंती (Lal Bahadur Shastri 113th Jayanti) मनाई जाएगी।

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने राष्ट्र के लिए अपनी निस्वार्थ सेवा के साथ हमेशा काम करते रहे। इन दोनों नेताओं ने देश को कई राष्ट्रीय नारे दिए। जिसमें महात्मा गांधी ने कहा था कि करो या मरो, तो वहीं लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा दिया था।

लेकिन उनके जन्म से ज्यादा उनकी मृत्यु के बारे में लोग सोचते हैं। उनकी मौत की खबर आज भी अनसुलझी है। शास्त्री जी की मौत को लेकर कई सवाल उठते हैं कि आखिर सरकार उनकी मौत से जुड़े दस्तावेज को सामने लेकर नहीं क्यों नहीं आई आती है। सूचना आयोग के पास आज भी उनकी मौत की फाइल गोपनीय है।

ये हैं वो 5 सवाल, जो आजतक नहीं अनसुलझे

1. ताशकंद में लाल बहादुर शास्त्री को उनके अधिकारियों से दूर रखा गया। जहां होटल में वो रहे वो ताशकंद शहर से 15 किलो मीटर की दूरी पर था।

2. लाल बहादुर शास्त्री की मौत के बाद उनका पोस्टमार्टम नहीं किया गया था। जबकि उनके शरीर पर चोट के कई निशान थे, जो हत्या की तरफ इशारा कर रहे थे।

3. शास्त्री जी की मौत के दो गवाह एक डॉक्टर और दूसरे सेवक। यह दोनों ही जांच रिपोर्ट के सामने कभी पेश नहीं हुए।

4. लाल बहादुर शास्त्री की मौत से जुड़े दस्तावेजों को शेयर करने के लिए आरटीआई भी दाखिल की गई। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

5. भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की हत्या के पीछे सीआईए का हाथ था। जिसने डॉ होमी भाभा की हत्या की थी।

भारत सरकार ने दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की हत्या या मौत से जुड़ा कोई भी दस्तावेज आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। आखिर क्यों उनकी फाइलों को 'टॉप सीक्रेट', 'सीक्रेट' कैटेगरी में रखा गया है। यह सवाल आज भी उठता है।

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