लोकसभा चुनाव 2019: जानें क्या होते हैं एग्जिट पोल और भारत में किसने की थी इसकी शुरुआत

लोकसभा चुनाव 2019: जानें क्या होते हैं एग्जिट पोल और भारत में किसने की थी इसकी शुरुआत
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Lok Sabha Election Exit Polls 2019: लोकसभा चुनाव के बीच हमेशा एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल और चुनावी सर्वे का बोलबाला हमेशा सुर्खियों में रहते हैं लेकिन उससे पहले हुए सर्वे को एक अनुमान पर आधारित बताया जाता है। सबसे पहले बात करते हैं 17वीं लोकसभा के चुनाव की। इस बार 7 चरणों में वोटिंग हो रही है। जिसमें से 6 चरण पूरे हो चुके हैं। सातवां और अंतिम चरण बाकी है जिसमें 8 राज्यों की 59 सीटों पर 19 मई रविवार को वोटिंग होगी।

Lok Sabha Elections 2019 Exit Polls : लोकसभा चुनाव के बीच हमेशा एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल और चुनावी सर्वे का बोलबाला हमेशा सुर्खियों में रहते हैं लेकिन उससे पहले हुए सर्वे को एक अनुमान पर आधारित बताया जाता है। सबसे पहले बात करते हैं 17वीं लोकसभा के चुनाव की। इस बार 7 चरणों में वोटिंग हो रही है। जिसमें से 6 चरण पूरे हो चुके हैं। सातवां और अंतिम चरण बाकी है जिसमें 8 राज्यों की 59 सीटों पर 19 मई रविवार को वोटिंग होगी। जिसके बाद शाम को मतदान खत्म होते ही हर न्यूज चैनल और वेबसाइन पर अपने अपने एग्जिट पोल आ जाएंगे। जो बताएंगे कि इस बार देश में किसी की सरकार बनेगी और कौन रह जाएगा पीछे। 543 सीटों के लिए जनता की पसंद को वो कौन से सांसद होंगे जो लोकसभा में उनकी बात करेंगे।

आइए जानते हैं कि क्‍या होता है एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल, कैसे कराया जाता है सर्वे, कैसे तैयार किए जाते हैं आकंड़े और कौन था भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत करने वाले शख्स...

क्‍या होता है एग्जिट पोल (What is Exit Poll)


सबसे पहले हमें एग्जिट पोल के बारे में समझना होगा। एग्जिट का मतलब होता है बाहर और पोल का मतलब होता है मतदान, साफ शब्दों में कहा जाए तो मतदान के बाद बाहर निकला। मतदान करके बाहर निकले मतदाताओं पर मतदान के तुरंत बाद किया गया सर्वे ही एग्जिट पोल कहा जाता है। जिसे हिंदी में मतदानोत्तर सर्वेक्षण भी कहा जाता है।

मतदान केंद्र से बाहर निकले मतदाता से पूछा जाता है कि वो किसे वोट करके आया है। कुछ लोग सीधा बता देते हैं तो कुछ काम के आधार पर इशारा कर देते हैं। ऐसे ही लोगों के आकंड़ों को इक्ट्ठा करके चुनाव के अंतिम दिन टीवी चैनल पर दिखाया जाता है कि कौन सा दल सत्ता में आ रहा है और कौन पीछे रहेगा। वैसे एग्जिट पोल हमेशा मतदान के आखिरी दिन ही दिखाया जाता है। जैसे इस बार 7 चरणों में हो रहे मतदान के हर चरण का डाटा इक्ट्ठा किया जाता है और उसी के आधार पर एग्जिट पोल बताए जाते हैं।


(क्या होता है ओपिनियन पोल (What is opinion poll)

हमेशा जब भी लोकसभा या विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होता है तो उसके बाद सभी टीवी चैनलों पर ओपिनियन पोल दिखाए जाते हैं। एक सर्वे कर मतदाताओं के मतदान से पहले उनकी पार्टी के बारे में पूछा जाता है कि वो किसी पार्टी को वोट देंगे या किस आधार पर वो अपना वोट देने वाले हैं। उसी सर्वे को ओपिनियन पोल कहा जाता है।

कैसे निकाले जाते हैं आकंड़े

एग्जिट पोल को समझने से पहले आपको आकंड़ों के बारे में जानना होगा क्योंकि आकंड़ों को इक्ट्ठा करके ही एग्जिट पोल को बताया जाता है। जब मतदान के बाहर मतदाता से उसकी पसंद की पार्टी पूछ जाती है तो उसी सर्वे के आकंड़े को इकट्ठा किया जाता है। जिसके बाद उसी अनुमान के आधार पर एग्जिट पोल को बताया जाता है।

भारत में किसने की थी एग्जिट पोल की शुरुआत

सबसे पहले भारत से बाहर 15 फरवरी, 1967 नीदरलैंड के एक समाजशास्त्री और पूर्व राजनेता मार्सेल वॉन डैम ने लोगों से उनकी पसंद पूछी जिसे एग्जिट पोल कहा गया। लेकिन भारत के अंदर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन के मुखिया एरिक डी कोस्टा ने पहली बार चुनाव में इस विधि को अपनाया और लोगों से उनकी राय पूछी जिसके आधार पर एक सर्वे तैयार किया गया।

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