Lok Sabha Elections Results 2019 : पीएम मोदी के संभावित जीत से पाकिस्तान में मची खलबली, जानें क्या कहा रहा पाकिस्तानी मीडिया

Lok Sabha Elections Results 2019 : पीएम मोदी के संभावित जीत से पाकिस्तान में मची खलबली, जानें क्या कहा रहा पाकिस्तानी मीडिया
X
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने में मात्र 14 घंटे ही बचे हैं। सभी की नजरें चुनाव परिणाम पर टिकी हैं। एग्जिट पोल के अनुसार भाजपा फिर से सत्ता में आएगी। भारत में किसकी सरकार बनेगी इस बात को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान में खूब हलचल मचा हुआ है। जब से पीएम मोदी के दुबारा पीएम बनने की खबरें एग्जिट पोल के तहत आईं हैं तब से पाकिस्तानी मीडिया में खलबली मच गई है।

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे (Lok Sabha Elections 2019 Results) आने में मात्र 14 घंटे ही बचे हैं। सभी की नजरें चुनाव परिणाम (Lok Sabha Elections Results 2019) पर टिकी हैं। एग्जिट पोल के अनुसार भाजपा फिर से सत्ता में आएगी। भारत में किसकी सरकार बनेगी इस बात को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान में खूब हलचल मचा हुआ है। जब से पीएम मोदी के दुबारा पीएम बनने की खबरें एग्जिट पोल के तहत आईं हैं तब से पाकिस्तानी मीडिया में खलबली मच गई है।

पाकिस्तान के बहुचर्चित अखबार डॉन के सम्पादकीय के लेख में लिखा गया है कि एग्जिट पोल की माने तो पीएम मोदी फिर से सत्ता संभालेंगे। वे हिन्दुत्व, राष्ट्रवाद व राष्ट्रीय सुरक्षा के बल पर सरकार बना सकते हैं। लेख में यह भी लिखा है कि मोदी 2.0 में पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधरने की कम ही उम्मीद लगाई जा सकती है।

पीएम मोदी की सत्ता में वापसी पाकिस्तान के प्रति बदले रवैये के कारण होने वाली है। पीएम इमरान ने मोदी के नेतृत्व वाली दक्षिणपंथी सरकार से पाकिस्तान से रिश्ते सुधरने की उम्मीद जताई थी जिसको लेकर विदेश मामलों के विशेषज्ञ आश्वस्त नहीं हैं। पीएम मोदी पर एक बड़ा सवाल यह है कि क्या वे अपने दूसरे कार्यकाल में अपनी कथित आक्रामक बचाव की नीति को बदलेंगे या नहीं।

डॉन में छपे 'If Modi Returns' शीर्षक के नाम से लेख में जाहिद हुसैन ने लिखा है कि मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं हैं और उन दोनों की तुलना करना बहुत बड़ी गलती होगी। मोदी दोनों देशों के बीच समस्याओं का समाधान बातचीत के बजाय शक्ति का इस्तेमाल करके निकालना चाहते हैं। क्या मोदी इमरान खान की शांति संदेश का सकारात्मक जवाब देंगे। क्या मोदी 2.0 अपने पहले कार्यकाल से अलग साबित होंगे?

वहीं कश्मीर मुद्दे को लेकर भी पाकिस्तान में चर्चाएं शुरू हैं। स्थानीय मीडिया व अखबारों की सूर्खियों में बताया गया है कि बीजेपी ने चुनाव जीतने के बाद जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाने का वादा की है। अब देखना यह है कि क्या पीएम मोदी दुबारा सत्ता में आने के बाद कश्मीर को लेकर किस तरह की रणनीति बनाएंगे। अगर वे धारा-370 से कुछ छेड़-छाड़ किए तो इसका सीधा असर नई दिल्ली और इस्लामाबाद के रिश्तों पर पड़ेगा। ये लेख एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने छापा था।

पाकिस्तान के एक और अंग्रेजी अखबार ने लिखा है कि पीएम मोदी की संभावित जीत की खबरों के बाद ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से जुड़े अधितकारियों ने आने वाले समय के लिए रणनीति बनानी तैयार कर दी है। अखबार के मुताबिक मोदी और भाजपा ने आरएसएस से पाकिस्तान विरोधी राह पर चलने का वादा किया है।

पाकिस्तान की अंग्रेजी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून में 'If Modi Loses Indian Elections' नाम के शीर्षक से एक लेख छापा गया है। इस लेख में टाइम मैग्जीन द्वारा पीएम मोदी को डिवाइडर इन चीफ की उपाधि का भी उल्लेख किया गया है। अखबार ने लिखा है कि भाजपा के दूसरे कार्यकाल में लोकतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का हनन होगा और भारत में सांप्रदायिक तनाव बढ़ जाएगा।

लेख में ये भी कहा गया है कि अगर पीएम मोदी दुबारा सत्ता में आते हैं तो भारत में उग्र राष्ट्रवाद का अंत हो जाएगा जोकि आज चरम पर है। मोदी के हारने से भारत में उग्रहिन्दुत्व को भी बड़ा झटका लगेगा। लेख के अंत में लिखा गया है कि 23 मई को चाहे जो भी रिजल्ट आए लेकिन भाजपा द्वारा पांच सालों में फैलाई हिन्दू राष्ट्रवाद की धारा को बंद नहीं किया जा सकता। कोई भी सरकार इनसे लड़ नहीं सकती।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

Tags

Next Story