Mahadev App Case: सौरभ चंद्राकर का आया बयान, शादी के खर्च और अन्य आरोपों का किया खंडन

Mahadev App Case: सौरभ चंद्राकर का आया बयान, शादी के खर्च और अन्य आरोपों का किया खंडन
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Mahadev App Case: महादेव ऐप केस मामले में सौरभ चंद्राकर ने अपने बारे में चलाई जा रही गलत खबरों एवं निराधार आरोपों का पुरजोर खंडन करते हुए सच्चाई सामने रखी है।

Mahadev App Case: महादेव ऐप केस मामले में छत्तीसगढ़ स्थित भिलाई के उद्यमी सौरभ चंद्राकर ने अपने बारे में चलाई जा रही गलत खबरों एवं निराधार आरोपों का पुरजोर खंडन करते हुए सच्चाई सामने रखी है। इसके साथ ही उन्होंने सभी आरोपों को निराधार और पूरी तरह से अप्रमाणित बताया है।

मीडिया में चल रही सनसनीखेज रिपोर्ट के विरूद्ध चंद्राकर ने कहा कि विवाह समारोह का कुल खर्च लगभग एईडी 10 मिलियन हुआ, जो उनके अपने आंतरिक संसाधन और बचत से किया गया था। उनकी आमदनी के स्रोतों को साबित करने के लिए सभी जरूरी रिकॉर्ड मौजूद हैं। 200 करोड़ के नकद भुगतान की खबरों पर अविश्वसनीयता बढ़ती है, क्योंकि चंद्राकर इतने बड़े नकद लेनदेन पर सवाल उठाते हैं। उनके अनुसार व्यावहारिक रूप से इन दावों में कमी है।

चन्द्राकर ने विभिन्न स्रोतों के द्वारा पेश किए गए कथित फिजूलखर्ची के दावों का खंडन करते हुए कहा कि यह आयोजन पेशेवर इंवेंट प्रबंधकों द्वारा किया गया, जिनमें किसी तरह का नकद लेन-देन शामिल नहीं था। इसलिए यह दावे पूरी तरह से काल्पनिक और निराधार हैं। इन्हें प्रमाणित करने के लिए दस्तावेज और वित्तीय रिकॉर्ड उपलब्ध हैं, जो झूठे दावों को सिरे से नकारता है।

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इसके साथ ही चंद्राकर मानते हैं कि कार्यक्रम में मशहूर हस्तियों के बारे में बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बात की गई थी। उन्होंने कहा कि शादी में भाग लेने वाले सभी लोगों को इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने बुलाया था, जिससे उनके शामिल होने में आसानी हुई। चंद्राकर ने जोर देते हुए कहा कि सभी कलाकारों को कंपनी द्वारा विशेष रूप से कार्यक्रम में भाग लेने और प्रदर्शन करने के लिए नियुक्त किया गया था।

गौरतलब है कि चंद्राकर और इन मशहूर हस्तियों के बीच कोई सीधा वित्तीय लेनदेन नहीं हुआ, क्योंकि सभी भुगतान बैंकिंग के जरिये इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ किए गए थे।

चंद्राकर ने पुरजोर दावा करते हुए कहा कि उनका महादेव ऐप या इसके संचालन से कोई संबंध नहीं है। उन्हें महादेव ऐप के "संस्थापक/प्रवर्तक/निदेशक" के रूप में दिखाने वाले आरोपों में विश्वसनीयता की कमी है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है। इसके अलावा 60 गैरकानूनी अपतटीय प्लेटफार्मों में उनके जुड़े होने के दावे निराधार और पूरी तरह से अप्रमाणित हैं।

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