Maharashtra: पुणे के करीब 80 गांवों पर जीका वायरस का खतरा, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने जारी किया अलर्ट

Maharashtra: पुणे के करीब 80 गांवों पर जीका वायरस का खतरा, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने जारी किया अलर्ट
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गौरतलब है कि जिला कलेक्‍टर राजेश देशमुख ने बैठक के दौरान उन जिलों और गांवों की एक सूची जारी की थी जहां पर बीते कई वर्षों से जीका, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं।

महाराष्ट्र अभी कोरोना वायरस से उभर नहीं पाया है लेकिन इसी बीच राज्य में एक और खतरा मंडरा गया है। जिस कारण स्वास्थ्य मंत्रालय की नींद उड़ गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में जीका वायरस का खतरा अधिक बढ़ गया है। महाराष्ट्र के पुणे के बेलसर गांव में जीका वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में है। अब पुणे के 79 गांवों में जीका वायरस का खतरा मंडरा रहा है। जीका वायरस के खतरे को देखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने अभी से तैयारी तेज कर दी है। जिस समय पहला जीका वायरस का केस आया था इस दौरान स्वास्थ्य विभाग जिलाधिकारी के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक के बाद सभी ग्राम पंचायतों और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की मानें तो पुणे के 79 गांवों में जीका वायरस फैलने का ज्यादा खतरा है।

गौरतलब है कि जिला कलेक्‍टर राजेश देशमुख ने बैठक के दौरान उन जिलों और गांवों की एक सूची जारी की थी जहां पर बीते कई वर्षों से जीका, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। सूची देखने के बाद पुणे के 79 गांवों को जीका के लिए संवेदनशील माना जा रहा है। इन गांवों को संवेदनशील घोषित किए जाने के बाद अब अगर गांव में कोई भी डेंगू और चिकनगुनिया का मरीज मिलेगा तो उसके खून का सैंपल लिया जाएगा और उसका जीका संक्रमण का टेस्ट होगा। जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायत स्तर पर तालुका प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को तुरंत उपाय लागू करने का आदेश दिया है।

कैसे फैलता है जीका वायरस

खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है। एडीज मच्‍छर ही डेंगू और चिकनगुनिया को भी फैलाते हैं। प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति में डेंगू, चिकूनगुनिया के लक्षण दिखते हैं तो उसका जीका वायरस का भी टेस्‍ट कराया जाएगा। प्रशासन ने लोगों से साफ सफाई का विशेष ध्‍यान रखने को कहा है।

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